रिपोर्ट-गौरव कुमार
भोजपुर. बीएसईबी मैट्रिक परीक्षा 2023 के परिणाम में अगर डंका बजा है तो सिर्फ भोजपुर जिला के छात्र-छत्राओं का. जिले से चार छात्र और तीन छत्राओं ने बिहार के टॉप-10 की सूची में मजबूती से अपना स्थान पक्का किया है. जिसमें बिहार सेकेंड टॉपर शाहपुरपट्टी की रहने वाली नम्रता कुमारी को 486 जबकि रैंक पांच पर शालिनी कुमारी को 481, रैंक पांच पर ही उन्मुक्त कुमार यादव को 481, रैंक 6 पर नरायणजी को 480, रैंक 7 पर राजीव को 479 एक अन्य रैंक 7 पर सलोनी पांडेय 479 और 10वें रैंक पर रहे सत्यांश को 476 नंबर आया है.
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इतने अच्छे अंक ला कर ये बच्चे ना सिर्फ अपने परिवार और गांव का नाम उज्ज्वल किये हैं,बल्कि ये पूरे बिहार में भोजपुर जिले का लोहा मनवाए है.परिणाम आने के बाद सभी बच्चों को भोजपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने कार्यालय में बुलाये और मिठाई खिला कर सभी बच्चो को बधाई दी.इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी अहसन ने न्यूज़ 18 लोकल से खास बातचीत भी किया.
उन्होंने कहा की इतनी बड़ी सफलता के बारे में हर एक बात की जानकारी साझा की.जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि किसी एक के मेहनत से इतनी बड़ी सफलता जिले को नहीं मिली है. इस सफलता में सबसे ज्यादा श्रेय इन छात्र-छात्राओं के महेनत का है. दूसरा श्रेय शिक्षकों का है और तब माता-पिता का है. उन्होंने कहा कि हमारे जिले के शिक्षक इस साल जी तोड़ मेहनत किये थे, ना दिन को दिन देखे थे ना रात को रात.
जिला शिक्षा कार्यालय में दो महीने का चला था क्रेश कोर्सजिला शिक्षा पदाधिकारी ने क्रैश कोर्स का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा कार्यलय के द्वारा दो महीने का एक क्रैश कोर्स कराया गया था. जिसमें पूरे एक साल की पढ़ाई का रिवीजन करवाया गया था. जिन बच्चों को किसी सब्जेक्ट में डाउट रह गया था. उसको बारीकी से करवाया गया. जिसका नतीजा पूरे बिहार के सामने है. इस क्रैश कोर्स के वजह से ही इतनी बड़ी संख्या में बच्चे सफल हुए है.
क्रैश कोर्स के बारे में डीईओ ने बताया कि जिले के सभी हाई स्कूल से टॉप 5 बच्चों का सलेक्शन किया गया. उनका इम्तेहान लिया गया. जिसमें तकरीबन 180 बच्चे सलेक्ट हुए उसके बाद दोबारा 180 बच्चों का लिखित परीक्षा ली गई थी. उसमें से 35 बच्चों को क्रैश कोर्स में एडमिशन लिया गया. उसके बाद शहर के गर्ल्स हाई स्कूल में विद्यालय शुरू होने से पहले 2 घंटे शिक्षक इन सभी बच्चों को पढ़ाते थे.
फिर विद्यालय की पढ़ाई समाप्त होने के बाद 6 बजे से रात के 9 बजे तक लगातार पढ़ाई होती थी. इस क्रैश कोर्स में जिले के तमाम जगहों के 35 बच्चे शामिल थे.कई बच्चों को शहर में रहने की जगह नहीं थी. उन बच्चों को क्रैश कोर्स में पढ़ाने वाले 20 शिक्षकों की टीम से कइयों ने अपने घर में रखा था. इतनी सारे लोगों की महेनत रंग लाई और हमारे बच्चों ने बिहार में जिला का नाम रौशन किया. सभी बच्चों को डीएम के द्वारा सम्मानित करवाया जायेगा.
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