लेटेस्ट खबरेंमनीअजब-गजबक्रिकेटआईपीएल 2023वेब स्टोरीजफूडमनोरंजनफोटोकरियर/ जॉब्सलाइफस्टाइलहेल्थ & फिटनेसशॉर्ट वीडियोनॉलेजलेटेस्ट मोबाइलप्रदेशपॉडकास्ट दुनियाराशिNews18 Minisसाहित्य देशक्राइमLive TVकार्टून कॉर्नर#GiveWingsToYourSavings#MakeADent #RestartRight #HydrationforHealthCryptocurrency
होम / न्यूज / बिहार /

Bihar Board Result 2023 : सीवान में ऑटो चालक के बेटे ने मैट्रिक परीक्षा में जिला टॉपरों की सूची में बनाई जगह

Bihar Board Result 2023 : सीवान में ऑटो चालक के बेटे ने मैट्रिक परीक्षा में जिला टॉपरों की सूची में बनाई जगह

भानु कुमार के पिता संतोष चौधरी ने बताया कि उनकी बेटी रवि तान्या 22 मार्च को जारी इंटरमीडिएट की रिजल्ट में जिला टॉपर बनी थी. वह भी कुछ नंबरों से स्टेट टॉपर बनने से चूक गई थी.

रिपोर्ट:अंकित कुमार सिंहसीवान: बिहार के सीवान से इस बार कोई भी स्टूडेंट्स मैट्रिक में न स्टेट टॉपर बने और न ही टॉप 10 में शामिल हो पाए. इसके बावजूद सीवान में एक ऑटो रिक्शा चालक का बेटा चर्चा का विषय बना हुआ है. वह भले हीं स्टेट टॉपरों की लिस्ट में जगह नहीं बनाया हो, लेकिन जिला टॉपरों की लिस्ट में अपना स्थान बनाकर चर्चा का विषय बना हुआ है. यह लड़का कोई और नहीं बल्कि सीवान के महराजगंज नगर पंचायत के रामापाली गांव का भानु कुमार है. इस लड़के के चर्चा का विषय बनने का मुख्य वजह उसके पीछे छिपा कठिन संघर्ष है.

मैट्रिक में भानु कुमार ने पाए हैं 465 अंकसीवान के लाल भानु कुमार की पढ़ाई गांव के सरकारी विद्यालय से हुई है. वही मैट्रिक की पढ़ाई एसकेजेआर महाराजगंज स्कूल से की. इसके बाद भानु कुमार ने मैट्रिक की परीक्षा दिया. जिसमें उन्हें 462 अंक प्राप्त हुआ. मैट्रिक की तैयारी के लिए भानु रोजाना 8 से 9 घंटे पढ़ाई करता था. इसके अलावा सेल्फ स्टडी किया. भानु ने बताया कि उन्हें आगे चलकर आईएएस अधिकारी बन कर लोगों की सेवा करना है. भानु के पिता संतोष चौधरी ऑटो रिक्शा चालक है. सिमित आमदनी में हीं इनको घर चलना पड़ता है.

रवितन्या इंटरमीडिएट में बनी थी जिला टॉपरभानु कुमार के पिता संतोष चौधरी ने बताया कि उनकी बेटी रवि तान्या 22 मार्च को जारी इंटरमीडिएट की रिजल्ट में जिला टॉपर बनी थी. वह भी कुछ नंबरों से स्टेट टॉपर बनने से चूक गई थी. इसके पश्चात मैट्रिक में उनके पुत्र भानु कुमार भी जिला टॉपरों की लिस्ट में स्थान बनाया है. उन्होंने बताया कि कई वर्षों से ऑटो रिक्शा चला कर ही बच्चों की परवरिश कर रहे हैं.

खुद मैट्रिक तक की हीं पढ़ाई कर पाया. इसलिए पढ़ाई का महत्व मालूम है. इसी वजह से परिवार चलाने का परवाह किए बगैर बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा फोकस करते हैं. जिसका परिणाम है कि मेरे दोनों बच्चे जिला टॉपर बने.

.

Tags: Bihar News, Siwan news

FIRST PUBLISHED : April 01, 2023, 19:05 IST
अधिक पढ़ें