रिपोर्ट: सौरभ तिवारी
बिलासपुर: देवी के अनेक रूप हैं. मां भगवती विभिन्न अवतारों में भक्तों का उद्धार करती हैं. माता रानी का एक ऐसा ही स्वरूप सैकड़ों साल पुराने मल्हार के मंदिर स्थापित है. यहां देवी की मूर्ति शुद्ध काले ग्रेनाइट पत्थर से बनी हुई है. जिसे जो भी देखता है, वह आश्चर्यचकित हो जाता है. शुद्ध काले ग्रेनाइट से बनी माता डिडनेश्वरी की यह मूर्ति कई तरीके से खास है. यह सैकड़ों वर्ष पुरानी है.
ऐसा बताया जाता है कि इस मूर्ति से एक खास तरह की ध्वनि निकलती है, जिसे लोग माता रानी का चमत्कार बताते हैं. यही वजह है कि लोगों की इस मंदिर को लेकर खास श्रद्धा है, जो भी भक्त सच्चे मन से मन्नत लेकर यहां आता है उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है.
पुरातत्व की दृष्टि से अहम है मल्हार
बिलासपुर के पास स्थित मल्हार गांव पुरातात्विक दृष्टि से काफी अहमियत रखता है. यहां समय के साथ कई प्राचीन मूर्तियां और मंदिरों के अवशेष मिले हैं, जो आज यहां बिखरे पड़े हैं. देख-रेख के अभाव में मल्हार में मिले ये प्राचीन अवशेष आज क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.
अन्य राज्यों से भी आते हैं भक्तजन
मल्हार में लोगों का जमावड़ा साल भर लगा रहता है. छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आसपास के राज्यों से भी भक्त और पर्यटक यहां पहुंचते हैं. मल्हार में मिले प्राचीन अवशेष, यहां स्थित डिडनेश्वरी मंदिर और शिव मंदिर इस प्राचीन पुरातात्विक स्थल के खास आकर्षण हैं. नवरात्रि में यहां की रौनक देखते ही बनती है. दूर- दूर से भक्त अपनी मन्नत लेकर माता के दर पर आते हैं. मां को लाल फूल अर्पित कर अपनी अर्जी लगाते हैं.
(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)
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