रिपोर्ट : सौरभ तिवारी
बिलासपुर. 1 अप्रैल को पूरी दुनिया में अप्रैल फूल दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोग अपने दोस्तों, करीबियों या फिर परिवार के सदस्यों को बेवकूफ बनाते है और अप्रैल फूल डे सेलिब्रेट करते हैं. लोगों के साथ प्रैंक या मजाक करने के बाद उत्साह में वो अप्रैल फूल कहकर चिल्लाते भी हैं. पहले अप्रैल फूल दिवस फ्रांस और कुछ अन्य यूरोपीय देशों में ही मनाया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे दुनियाभर के देशों में अप्रैल फूल दिवस मनाया जाने लगा. ‘अप्रैल फूल दिवस’ मनाए जाने के पीछे कई कहानियां प्रचलित हैं.
कुछ कहानियों के अनुसार, यूरोपीय देशों में पहले 1 अप्रैल को न्यू ईयर मनाया जाता था. लेकिन, पोप ग्रेगरी 13 ने जब नया कैलेंडर अपनाने का आदेश दिया तो नया साल 1 जनवरी से मनाया जाने लगा. कुछ लोग अभी भी 1 अप्रैल को ही नया साल मना रहे थे. तब ऐसे लोगों को मूर्ख समझकर उनका मजाक उड़ाया जाता था. इस तरह अप्रैल फूल डे की शुरुआत हुई.
भारत में कब हुआ शुरू ?
पूरी दुनिया में 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे मनाने के अलग-अलग तरीके हैं. अगर बात करे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और अफ्रीकी देशों की, तो वहां अप्रैल फूल डे सिर्फ 12 बजे तक ही मनाया जाता है. वहीं, कनाडा, अमेरिका, रूस और बाकी यूरोपीय देशों में 1 अप्रैल को दिनभर अप्रैल फूल डे मनाया जाता है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में इस दिन की शुरुआत 19वीं सदी में अंग्रेजों ने की थी. आज के समय में भारत में भी लोग इस दिन मस्ती-मजाक करते हैं, एक दूसरे को बेवकूफ बनाते हैं और चिल्लाते हैं ‘अप्रैल फूल’.
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