Trending:
4.5
38.9K रिव्यू
10M+
डाउनलोड
3+
रेटिड फॉर 3+

ब्राउज़र में ही

जारी रखें
गूगल पर
News18 चुनें

₹4 हजार करोड़ आय-आर्थिकी को संजीवनी! क्या है जल उपकर बिल, जिस पर डिप्टी CM ने रात 2 बजे किए साइन

Last Updated:

Himachal Water Cess Bill in Assembly: हिमाचल की कांग्रेस सरकार को अपनी चुनावी गारंटियों को पूरा करने के लिए हजारों करोड़ रुपये की जरूरत है. सरकार ने ओपीएस बहाली कर दी है. इसके लिए सरकार को सालाना 1 हजार करोड़ रुपये की जरूरत है. साथ ही पे-कमीशन लागू होने के बाद सरकारी कर्मियों को एरियर और इसका लाभ मिलना है

impact short icon
इम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने
का आपका शॉर्टकट
गूगल पर
News18 चुनें

शिमला. हिमाचल प्रदेश में बजट सत्र के पहले दिन बिजली परियोजनाओं पर सेस लगाने से जुड़ा बिल पेश किया गया. इस बिल के कानून बनने के बाद हिमाचल की आर्थिकी को काफी मदद मिलेगा. आर्थिक संकट से जूझ रही सरकार के लिए यह बिल किसी संजीवनी से कम नहीं होगा. हिमाचल प्रदेश 75 हजार करोड़ रुपये के कर्ज तले दबा है और ऐसे में सरकार को वॉटर सेस से 4 हजार करोड़ रुपये सालाना आय़ होगी.

बजट सत्रः क्या है जल उपकर बिल, जिस पर डिप्टी CM ने रात 2 बजे किए साइन
हिमाचल में सुक्कू सरकार का पहला बजट सत्र चल रहा है. सदन में जल उपकर बिल पेश किया गया है. सांकेतिक तस्वीर

दरअसल, मार्च के पहले सप्ताह में हुई कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने वॉटर सेस लाने के लिए अध्यादेश को मंजूरी दी थी. अब मंगलवार को यह अध्यादेश सदन में पेश किया गया है.

वॉटर सेस बिल पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इससे प्रदेश की आर्थिकी मजबूत होगी. साथ ही आम जनता पर कोई बोझ नहीं पड़ेगा. उन्होंने ही यह विधेयक हिमाचल विधानसभा में पेश किया. इसे जल उपकर विधेयक 2023 नाम दिया गया है.  बिल पेश करने पर सदन में डिप्टी सीएम मुकेश बोले कि राज्य की नदी और सहायक नदियों के पानी से आय हो सकती है. पड़ोसी राज्य उत्तराखंड ने ऐसा उपकर लगा रखा है, जिसे अदालत ने भी सही ठहराया है. इस उपकर से प्रदेश को करीब 4 हजार करोड़ की आय होगी. फिलहाल, इस बिल पर सदन में चर्चा हो रही है और चर्चा के बाद यह बिल पास होगा और कानून का रूप लेगा.

आधी रात को बिल पर किए साइन

मुकेश ने बताया कि इस बिल पर रात को 2 बजकर 8 मिनट पर मैंने हस्ताक्षर किए हैं औऱ यह दर्शाता है कि सरकार और कर्मचारी कितनी मेहनत कर रहे हैं. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस उपकर को लेकर जम्मू एवं कश्मीर में चल रही योजना का भी अध्ययन किया गया है.

सरकार को आर्थिक संकट से निकालेगा सेस

दरअसल, हिमाचल की कांग्रेस सरकार को अपनी चुनावी गारंटियों को पूरा करने के लिए हजारों करोड़ रुपये की जरूरत है. सरकार ने ओपीएस बहाली कर दी है. इसके लिए सरकार को सालाना 1 हजार करोड़ रुपये की जरूरत है. साथ ही पे-कमीशन लागू होने के बाद सरकारी कर्मियों को एरियर और इसका लाभ मिलना है और इसके लिए सरकार को 11 हजार करोड़ रुपये की देनदारी है. इसके अलावा, अन्य विकासकार्यों के लिए भी सरकार को बजट की जरूरत है. साथ ही अभी सूबे में फ्री 300 यूनिट बिजली योजना भी लागू होनी है.

About the Author

11 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS and Amar Ujala. Currently handling Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from past five years. Love to Cover Political and Travel and Tourism beat.
हिमाचल प्रदेश की ताजा खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
homehimachal-pradesh
बजट सत्रः क्या है जल उपकर बिल, जिस पर डिप्टी CM ने रात 2 बजे किए साइन
और पढ़ें

फोटो

महिलाओं को बार-बार टिकट लेने का झंझट नहीं, फ्री सफर के लिए लॉन्‍च हुआ ये कार्ड

कभी जिस नौकरी के लिए तरसते थे युवा, आज वही साबित हो रही सबसे खतरनाक

EES 2025: ईपीएफओ ने लॉन्‍च की नई पीएफ स्‍कीम, कौन-कौन ले सकता है योजना का लाभ

सप्लाई चेन 2.0: टेक्नोलॉजी से बदलेगा माल ढुलाई का खेल, कंपनियां होंगी और स्मार

और देखें

ताज़ा समाचार

क्या आपका अदरक काला पड़ रहा है? संकेत बताते हैं कि वो खराब होने वाला है

महिलाओं को बार-बार टिकट लेने का झंझट नहीं, फ्री सफर के लिए लॉन्‍च हुआ ये कार्ड

बच्चों की मौत के बाद भी नहीं सुधरी कफ सीरप कंपनी, NCB ने खोला काला राज

कभी जिस नौकरी के लिए तरसते थे युवा, आज वही साबित हो रही सबसे खतरनाक

बाबा वेंगा की भविष्यवाणी, अंतिम 2 महीने में इन 4 राशियों की पलटेगी किस्मत

और पढ़ें
होमफटाफट खबरेंलाइव टीवीलोकल