राजस्थान कांग्रेस में कलह: दिल्ली में बैठक से पहले सीकर में प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा और विधायक पारीक भिड़े, Video वायरल
Rajasthan Congress: सीकर में सोमवार को प्रभारी मंत्री और उद्योग मंत्री शकुतंला रावत कलेक्टर दफ्तर में बैठक ले रही थीं. इसी दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सीकर के कांग्रेस के विधायक राजेंद्र पारीक सीकर के नवलगढ़ रोड पर पानी की निकासी और फोर लेन प्रोजेक्ट के मुद्दे पर आपस में भिड़ गए. दोनों में जमकर तू तू मैं मैं हुई. इसका वीडियो वायरल हो गया. बीजेपी ने कांग्रेस की इस कलह पर तंज कसा है.
जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस के भीतर लगातार घमासान की खबरें आ रही हैं. कलह सिर्फ अशोक गहलोत और सचिन पायलट तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कांग्रेस के दूसरे नेता भी अब सार्वजनिक कार्यक्रमों में भिड़ते नजर आ रहे हैं. अजमेर के बाद अब सीकर में सरकारी बैठक के दौरान जिले की प्रभारी मंत्री के सामने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीनियर कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक से भिड़ गए. दोनों में इतनी अधिक गर्मा गरमी हुई कि एक दूसरे को हद में रहने की चेतावनी दे डाली. इस तकरार का वीडियो अब सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है.

जानकारी के अनुसार, सीकर में सोमवार दोपहर 12 बजे सरकार की घोषणाओं को लेकर सीकर की प्रभारी मंत्री और उद्योग मंत्री शकुतंला रावत कलेक्टर दफ्तर में बैठक ले रही थीं. इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सीकर के कांग्रेस के विधायक राजेंद्र पारीक भी मौजूद थे. सीकर के नवलगढ़ रोड पर पानी की निकासी और फोर लेन प्रोजेक्ट के मुद्दे पर डोटासरा जब अफसरों से जबाब तलब करने से लगे तो राजेंद्र पारीक बोलने लगे.
डोटासरा और राजेंद्र पारीक के बीच तू तू मैं मैं
राजेंद्र पारीक के बीच में बोलने पर गोविंद सिंह डोटासरा पारीक पर भड़क गए और पारीक को हद में रहने की हिदायत दे डाली. इस पर राजेंद्र पारीक ने भी पलटवार किया डोटासरा को कहा, ‘आपको शर्म आनी चाहिए…’ इस पर दोनों के बीच बहस तेज होने लगी. पारीक विधानसभा में सभा पति और कांग्रेस के सीनयिर नेता हैं.
बीजेपी ने कांग्रेस की कलह पर कसा तंज
कांग्रेस की कलह पर बीजेपी नेता कांग्रेस की गुटबाजी पर चटकारे ले रहे हैं. जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में पूरी लड़ाई ही कुर्सी और सत्ता की है. राजस्थान में पांच महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं. कांग्रेस नेता अपने इलाके में विकास कार्यपूरा करवाने के लिए अफसरों पर दबाब बना रहे हैं, लेकिन कांग्रेस नेताओं में आपस में भी वर्चस्व की जंग चल रही है.


