जयपुर. गहलोत कैबिनेट ने बुधवार को संवेदनशील निर्णय लेते हुए उदयपुर की घटना में मृतक कन्हैयालाल तेली के बेटे यश और तरुण तेली को सरकारी नियुक्ति देने का निर्णय लिया. नियुक्ति के लिए नियमों में शिथिलता दी गई है. यह नियुक्ति राजस्थान अधीनस्थ कार्यालय लिपिकवर्गीय सेवा (संशोधन) नियम, 2008 एवं 2009 के नियम 6ग के अंतर्गत प्रदान की जाएगी. आतंक फैलाने वाली इस जघन्य घटना के कारण मृतक के परिवार में जीविकोपार्जन का अन्य कोई स्त्रोत नहीं होने से आश्रितों को नियुक्ति दिए जाने पर जीवनयापन सुचारू रूप से चलेगा. परिवार को आर्थिक एवं मानसिक संबल प्राप्त होगा. हालांकि अब तक ये स्पष्ट नहीं है कि दोनों बेटों को नौकरी किस विभाग में दी जाएगी. उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की उनकी दुकान में हत्या कर दी गई थी. इसके बाद 30 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनके परिवार से मिलने पहुंचे थे. तब राज्य सरकार की ओर से परिवार को 51 लाख रुपये का चेक दिया गया था. साथ ही दोनों बेटों को नौकरी देने की बात भी कही गई थी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट के जरिये जानकारी दी. उल्लेखनीय है कि ऐसे व्यक्ति के एक आश्रित को जिसकी वर्ष 1992 या उसके पश्चात बलवों, आतंकवादी हमलों, आंदोलनों, धरनों, प्रदर्शनों और रैलियों जैसी घटनाओं में मृत्यु हो गई हो, नौकरी दी जा सकती है. ऐसे में एक पुत्र को नियमानुसार अनुकंपात्मक नियुक्ति प्रदान की जा सकती है. इस निर्णय से दूसरे आश्रित को भी नियुक्ति मिल सकेगी. इसके अलावा, मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश के राजकीय कार्मिकों की वेतन विसंगतियों को दूर करने, न्यूज वेबसाइट्स को सरकारी विज्ञापन जारी करने, नवीन राजकीय महाविद्यालयों के बेहतर प्रबंधन के लिए राजस्थान कॉलेज एजुकेशन सोसायटी का गठन करने का निर्णय लिया गया.
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सीएम गहलोत ने कहा, “कन्हैयालाल के हत्यारों को उसी दिन हमारी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मैं भी जोधपुर का अपना सारा कार्यक्रम छोड़कर वापस जयपुर आ गया ताकि इस भयानक घटना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई जा सके लेकिन बीजेपी नेताओं ने इस बैठक की बजाय हैदराबाद अपनी कार्यकारिणी की बैठक में जाना ही मुनासिब समझा. हमने अपनी जांच में अब तक भी कोई कमी नहीं रखी है. बावजूद इसके वे लोगों को उकसाने में लगे हुए हैं. बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक तक में इस आतंकी घटना के विरोध में एक निंदा प्रस्ताव तक पारित नहीं किया गया.”
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एनआईए ने कन्हैयालाल हत्याकांड में गिरफ्तार एक और आरोपी को विशेष अदालत में पेश किया. अदालत ने उसे 12 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर एनआईए को भेज दिया. सूत्रों ने बताया कि वसीम अली को कन्हैया की दुकान की साजिश रचने और रेकी करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को घटना के कुछ घंटे बाद ही पिछले मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया था.
(इनपुट भाषा से भी)
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