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Archana Devi: मेरे पास मां है...वर्ल्ड कप विनर अर्चना ने बताई चाचा के टीवी और पुलिसवाले भैय्या की कहानी

Archana Devi: मेरे पास मां है...वर्ल्ड कप विनर अर्चना ने बताई चाचा के टीवी और पुलिसवाले भैय्या की कहानी

Women U-19 World Cup: अर्चना देवी (Archana Devi) कहती हैं कि वह अपनी मां को अपने साथ कानपुर में रखना चाहती हैं, लेकिन मां गांव छोड़ने के लिए राजी नहीं हैं.

भारतीय महिला क्रिकेटर अर्चना देवी की कहानी

भारतीय महिला क्रिकेटर अर्चना देवी की कहानी

लखनऊ/अंजलि सिंह राजपूत

यह कहानी एक ऐसी खिलाड़ी की है, जिसके बारे में पढ़कर ऐसा लगेगा कि यह फिल्मी और काल्पनिक दुनिया की है. यह कहानी है वर्ल्ड कप फाइनल को देखने के लिए किए गए जुगाड़ की. यह कहानी है गांव की बेटी की, जिसे वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने के लिए चाचा का टीवी पूरे गांव के लिए बड़ा परदा बन गया तो पुलिस में काम करने वाले गांव के एक ही व्यक्ति ने बगैर बाधा से मैच देखने के लिए बैटरी का इंतजाम किया.

फिल्मी लगने वाली यह कहानी अंडर-19 महिला वर्ल्ड कप चैंपियन टीम की खिलाड़ी अर्चना देवी की है. भारतीय महिला टीम ने हाल ही में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा है. इतिहास रचने वाली इस टीम का हिस्सा रही हैं अर्चना देवी. अर्चना एक स्पिन बॉलर हैं और उन्होंने वर्ल्ड कप फाइनल में भी शानदार प्रदर्शन किया था.

यूपी के रतईपुरवा गांव में रहने वाली अर्चना देवी को पता है कि अब उसकी गरीबी के दिन दूर होंगे. उसे मिलने वाली इनाम की राशि से वह सबसे पहले अपनी मां के लिए गांव में एक पक्का मकान बनाकर देगी. इसी मकान में एक बड़े हॉल में वह टीवी भी लगाएगी, जिससे मां को मैच देखने के लिए किसी और के घर नहीं जाना पड़े. आपको बता दें कि अर्चना देवी की मां सावित्री देवी ने उन्हें यहां तक पहुंचाने में बहुत ताने सहे हैं.

मां के लिए बनाएंगी घर

अर्चना कहती हैं कि वह अपनी मां को अपने साथ कानपुर में रखना चाहती हैं, लेकिन मां गांव छोड़ने के लिए राजी नहीं हैं. इस वजह से अब वहां पर ही उनके लिए एक अच्छा घर बनाएंगी. फाइनल के दिन को याद करते हुए वह कहती हैं कि उस दिन गांव में चाचा के घर पर सबने मैच देखा था. एक पुलिस वाले भैय्या ने बैटरी की मदद की थी, जिससे लाइट जाने पर भी मैच का प्रसारण बाधित ना हो.

मां को लोग कहते थे डायन

लोगों ने उनके घर को डायन का घर नाम दिया था. ऐसा क्यों था, तो इस पर अर्चना की मां ने बताया कि उनके पति शिवराम की 2008 में कैंसर के कारण मौत हो गई थी. ऐसे में परिवार पर कर्जा बढ़ गया था. 2017 में छोटे बेटे बुद्धिमान सिंह की सांप काटने से मौत हो जाने के बाद वह बुरी तरह से टूट गई थीं. यहीं से लोगों ने उन्हें डायन कहना शुरू कर दिया था. उनके घर को भी लोग डायन का घर ही कहते थे.

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Tags: Cricket, Under 19 World Cup

FIRST PUBLISHED : January 31, 2023, 16:03 IST