नई दिल्ली. पिछले कुछ महीनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी दुनिया पर हावी हो गई है और इसका एक बड़ा क्रेडिट ओपनएआई के चैटबॉट ChatGPT को जाता है. माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने चैटजीपीटी को 40 वर्षों में सबसे क्रांतिकारी तकनीक बताया है. यह टेक्नोलॉजी दुनियाभर लोकप्रियता हासिल कर रही है, लेकिन इस बीच एआई टेक को एक बड़ा झटका लगा है. दरअसल, ChatGPT को कथित तौर पर बीते शुक्रवार को इटली में प्रतिबंधित कर दिया गया था. बता दें कि ChatGPT के आने के बाद यह पहला मौका है जब किसी सरकार ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल को ब्लॉक किया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इटली के डेटा प्रोटेक्शन ऑथोरिटी ने चैटजीपीटी के निर्माता ओपनएआई पर अपने यूजर्स के डेटा चोरी करने का आरोप लगाया है. इसके अलावा इटेलियन ऑथोरिटी ने कहा है कि नाबालिगों को अवैध कंटेंट के संपर्क में आने से रोकने के लिए चैटजीपीटी में ऐज-वेरिफिकेशन सिस्टम भी नहीं है.
इसके साथ ही प्राइवेसी की चिंताओं को लेकर चैटजीपीटी पर प्रतिबंध लगाने वाला इटली पहला देश बन गया है, जबकि चीन, रूस, उत्तर कोरिया और ईरान में OpenAI ने जानबूझकर पहुंच से एक्सेस न करने का फैसला किया है.
इटली जाएंगे सैम ऑल्टमैन
प्रतिबंध के बाद चैटजीपीटी के संस्थापक सैम ऑल्टमैन ने कहा कि इटली उनके पसंदीदा देशों में से एक है. इटली में चैटजीपीटी की सर्विस बंद कर दी गई है. हालांकि हमें लगता है कि हम सभी प्राइवेसी कानूनों का पालन कर रहे हैं. इटली मेरे पसंदीदा देशों में से एक है और मैं जल्द ही फिर से वहां की यात्रा करने के लिए उत्सुक हूं!
चैटजीपीटी तक एक्सेस रोकने को कहा
न्यू यार्क टाइम की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इटली में रेगूलेटर्स ने ओपनएआई से देश में इंटरनेट यूजर्स को चैटजीपीटी तक एक्सेस प्राप्त करने से रोकने के लिए कहा है. OpenAI को देश में तकनीक के भविष्य के बारे में अंतिम निर्णय लेने से पहले एजेंसी को कंटेंट और संभावित रेमेडीज प्रदान करने के लिए 20 दिन का समय दिया गया है.
प्राइवेसी की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध कंपनी
OpenAi ने घोषणा की है कि वह इटली में ChatGPT को डिसेबल कर दिया है और वे लोगों की प्राइवेसी की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. NYT की रिपोर्ट में ChatGPT के बयान के हवाले से कहा गया है कि हम अपने AI सिस्टम जैसे ChatGPT की ट्रेनिंग में पर्सनल डेटा को कम करने के लिए एक्टिवली काम कर रहे हैं, क्योंकि हम चाहते हैं कि हमारा AI दुनिया के बारे में सीखे, न कि निजी व्यक्तियों के बारे में.
.
Tags: Artificial Intelligence, Tech news, Tech News in hindi, Technology