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Ghaziabad: पूर्व खिलाड़ियों ने कहा- कॉर्पोरेट क्षेत्र में भी मिले खिलाड़ियों को रोजगार

Ghaziabad: पूर्व खिलाड़ियों ने कहा- कॉर्पोरेट क्षेत्र में भी मिले खिलाड़ियों को रोजगार

गाजियाबाद के आईएमटी कॉलेज में नेशनल स्पोर्ट्स असेंबली का आयोजन किया गया. यह आयोजन यहां हर वर्ष होता है. असेंबली में पहुंचे पूर्व खिलाड़ियों ने कहा कि कॉर्पोरेट सेक्टर में भी खिलाड़ियों को जॉब मिलनी चाहिए. इसके अलावा कई और विचार उन्होंने रखे.

रिपोर्ट : विशाल झा

गाज़ियाबाद: आईएमटी गाजियाबाद द्वारा नेशनल स्पोर्ट्स असेंबली का हर वर्ष आयोजन किया जाता है. इस बार के शीतकालीन सत्र में कॉर्पोरेट क्षेत्र में खिलाड़ियों द्वारा रोजगार के अवसर तलाशने जैसे मुद्दे पर चर्चा की गई. इंडियन पार्लियामेंट की तरह ही आईएमडीबी अपनी स्पोर्ट्स असेंबली सत्र का आयोजन करता है, जिसमें कई दिग्गज खिलाड़ी शामिल होते हैं.

आईएमटी गाजियाबाद के गुरुकुल हॉल में आयोजित इस सत्र में पूर्व हॉकी खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद ने कहा कि आजकल के बच्चे मैदान पर कम खेलने जाते हैं और मोबाइल, टीवी में ज्यादा गेम खेलते हैं. इन सब के अभिभावकों के सामने यह संदेश देना चाहिए कि बच्चों को खेलों के गुणों से अवगत कराएं. जिससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक एवं चारित्रिक विकास हो सके.

खेलों को बढ़ावा देने की कोशिश
आईएमटी गाजियाबाद के स्पोर्ट्स रिसर्च सेंटर हेड कनिष्क पांडे ने बताया कि आज के शीतकालीन सत्र में सभी ने खेलों को बढ़ावा देने और खेलों की संस्कृति को स्थापित करने के मुद्दे पर विचार रखे. इस चर्चा में मिले हर पॉइंट को गंभीरतापूर्वक सोचने के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को भेजा जाएगा.आईएमटी कॉलेज के निदेशक डॉ. विशाल तलवार ने बताया कि हम कॉलेज में पिछले कई वर्षों से स्पोर्ट्स असेंबली का आयोजन करते आ रहे हैं. इस मौके पर कॉलेज के छात्रों को भी काफी कुछ सीखने को मिलता है.

विमर्श के बाद बनी ये राय

• प्रत्येक राज्य में खिलाड़ियों का कल्याण बोर्ड स्थापित किया जाए. जिस बोर्ड के द्वारा खिलाड़ियों की परेशानियों को हल करने का हर संभव प्रयास किया जा सके. साथ ही खिलाड़ियों की जरूरतों पर भी क्लोज मॉनिटरिंग हो.

• खेल के अधिकार को मौलिक अधिकार के रूप में बढ़ावा देना. आज भी खेल को इतनी अहमियत नहीं मिलती है, जितनी मिलनी चाहिए. इसका कारण खेल की संस्कृति को युवा ठीक से समझ नहीं पा रहे.

• कॉर्पोरेट क्षेत्र में खिलाड़ियों के लिए रोजगार के अवसर को ढूंढना. अक्सर खिलाड़ी देश, राज्य या जिले के लिए मेडल जीत कर गुमनामी के अंधेरे में खो जाता है. उसके सामने आजीविका का भी संकट खड़ा हो जाता है. ऐसे में खिलाड़ियों को कॉर्पोरेट क्षेत्र में रोजगार मिले, इसके लिए प्रयास किया जाएगा.

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Tags: Ghaziabad News, Sports news, UP news

FIRST PUBLISHED : January 31, 2023, 07:54 IST
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