बाराबंकी (उप्र). गणतंत्र दिवस पर यहां एक मदरसा में तिरंगा के स्थान पर कथित तौर पर हरे रंग का ‘इस्लामिक झंडा’ फहराया गया. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करके जांच शुरू की है. यह घटना सुबेहा थाना अंतर्गत एक गांव की है. थाना प्रभारी संजीव कुमार सोनकर ने कहा, ‘हमें शिकायत मिली कि गणतंत्र दिवस पर हुसैनाबाद गांव में मदरसा अशरफुल उलूम इमा इमदादिया सकीन पर एक ‘इस्लामिक झंडा’ फहराया गया.’
उन्होंने बताया कि वह झंडा हरे रंग का था जिसमें झंडे के मध्य में मस्जिद के गुबंद की तस्वीर और झंडे के नीचे किनारे पर लाल रंग की पट्टी थी. सोनकर ने कहा, ‘हमने झंडा फहराने वाले व्यक्ति आसिफ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. हमें बताया गया कि उस मदरसा के छात्र वहां गणतंत्र दिवस समारोह के लिए एकत्रित थे.’ गौरतलब है कि 26 जनवरी को देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. गणतंत्र दिवस को राष्ट्रपति अपना संदेश राष्ट्र के नाम देते हैं. इस दिन संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं.
बाराबंकी से जुड़ा है पाकिस्तानी झंडे का कनेक्शनपाकिस्तान का नेशनल फ्लैग (Pakistan National Flag) को बाराबंकी के एक शख्स अमीरुद्दीन किदवई ने बनाया था. वे बाराबंकी के जाने-माने किदवई परिवार से ताल्लुक रखते थे. बंटवारे में पाकिस्तान चले गए थे. पेशे से वकील थे. दरअसल अमीरुद्दीन ने पाकिस्तान के झंडे को डिजाइन तो जरूर किया लेकिन ना तो उनका डिजाइनिंग से कोई लेना-देना था और ना ही वो कोई आर्टिस्ट थे. हालांकि लंबे समय तक ये माना जाता रहा कि पाकिस्तान का झंडा खुद मोहम्मद अली जिन्ना ने तैयार किया था. आज भी बहुत से लोग ऐसा ही मानते हैं. 14 अगस्त को मोहम्मद अली जिन्ना ने पहली बार पाकिस्तान का झंडा फहराया तो वो यही था.
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