रिपोर्ट/अंजलि सिंह राजपूत
लखनऊः अमृतपाल सिंह ने हाल ही में खालिस्तान की मांग की थी. जिसके बाद से ही वह विवादों में है. इसके बाद से ही विदेशों में भी खालिस्तान की मांग उठ रही है और इसकी आड़ में तिरंगे का अपमान किया जा रहा है. इस पर लखनऊ का सिख समाज एकजुट हो गया है और खालिस्तानियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
लखनऊ के सिख समाज ने हजरतगंज स्थित पटेल पार्क में अलगाववादी विचारधारा और विदेशों में तिरंगे के अपमान के खिलाफ रविवार को जोरदार प्रदर्शन किया. इसमें विभिन्न गुरूद्वारा के प्रबन्धकों व सेवा सोसाइटी के प्रधान व सेवक शामिल रहे. सिख समाज के लोगों में इस दौरान कहा कि भारत हमारी जन्मभूमि है. इसकी स्वतंत्रता समाज में और नये भारत के निर्माण में सिखों का सर्वाधिक योगदान दिया है.
सिख समाज इसका पुरजोर विरोध करता है
अब सिख समाज तिरंगे के अपमान और देश के विभाजन की बातें सुनकर चुप नहीं रहेगा. पूरा सिख समाज इसका पुरजोर विरोध करता है. सम्पूर्ण भारत सिखों के गुरूओं की धरती है. भारत के धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए गुरू साहिबान ने बलिदान दिये हैं और श्री गुरु गोविंद जी महाराज के वीर साहिबजादों ने कुर्बानियाँ दी है. उनसे प्रेरणा प्राप्त करके आज तक लाखों की संख्या में सिखों ने देश की रक्षा के लिये अपनी कुर्बानियां दी. उन्होंने कहा कि सिख समाज इस देश का विभाजन किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकता. भारत हमारी आन-बान और शान है. सिख समाज देश भक्त कौम है.
इन्होंने किया है विरोध प्रदर्शन
इस आयोजन में मुख्य रूप से पूर्व पार्षद व वर्तमान मंत्री लखविंदर पाल सिंह, लखनऊ गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा, हरपाल सिंह जग्गी, डा.अमरजोत सिंह, तेजपाल सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह बख्शी, सतपाल सिंह मीत, निर्मल सिंह, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह, नामित पार्षद सरदार सरबजीत सिंह, सरदार सेवक रणबीर सिंह भसीन, मनमोहन सिंह मोनी, मुनमुन सिंह लाली, जसकरन सिंह, पोपली वीर, कुलदीप सिंह और लकी बग्गा भी मौजूद रहे.
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