रिपोर्ट- विशाल भटनागर, मेरठमेरठ. अगर हम आपसे कहें कि क्या आपके घर में 10 साल पुराना अखबार है. तो शायद आपका जवाब होगा नहीं. लेकिन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित राजा महेंद्र प्रताप लाइब्रेरी में आपको 10 साल नहीं, बल्कि 50 साल पुराना अखबार भी देखने को मिलेगा. वह भी एक नहीं बल्कि देशभर में जितने भी अखबार प्रतिदिन छपते हैं. उन सभी का संग्रह यहां पर मौजूद है.
News 18 local से खास बातचीत करते हुए सीसीएसयू राजा महेंद्र प्रताप केंद्रीय पुस्तकालय के डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ जमाल अहमद सिद्दीकी ने बताया कि जितने भी शोध होते हैं. उन सभी में पुराने अखबारों का अधिक महत्व होता है. क्योंकि काफी ऐसी चीजें होती हैं, जो अखबारों में छपने के बाद एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन जाता है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए लाइब्रेरी में वर्ष 1973 से लेकर आज तक के हिंदी इंग्लिश अखबार मौजूद हैं. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को भी अखबार का अध्ययन करना जरूरी होता है.
विद्यार्थियों में देखने के लिए होती है उत्सुकता
विश्वविद्यालय परिसर में 50 साल पुराने अखबार हैं. जैसे ही इस बात की जानकारी स्टूडेंट को होती है. तो वह भी उन अखबारों को देखने के लिए लाइब्रेरी प्रशासन से निवेदन करते हैं. ताकि वह अन्य लोगों को भी बता सके कि हां हमने भी 1973 के अखबार का अध्ययन किया है. बताते चलें कि अखबारों की देखभाल के लिए भी विशेष इंतजाम किए जाते हैं. तो कह सकते हैं अपने आप में लाइब्रेरी प्रशासन का यह बेहतर प्रयास है. क्योंकि इतने पुराने अखबारों को भी इतने अच्छे तरीके से संभाल के रखा हुआ है. गौरतलब है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा समय-समय पर अखबारों पर स्प्रे के साथ-साथ उनकी बाइडिंग भी कराई जाती है. जिससे कि यह विशेषता बनी रहे.
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