लेटेस्ट खबरेंमनीअजब-गजबक्रिकेटआईपीएल 2023वेब स्टोरीजफूडमनोरंजनफोटोकरियर/ जॉब्सलाइफस्टाइलहेल्थ & फिटनेसशॉर्ट वीडियोनॉलेजलेटेस्ट मोबाइलप्रदेशपॉडकास्ट दुनियाराशिNews18 Minisसाहित्य देशक्राइमLive TVकार्टून कॉर्नर#GiveWingsToYourSavings#MakeADent #RestartRight #HydrationforHealthCryptocurrency
होम / न्यूज / उत्तर प्रदेश /

World Water Day: ये हैं नोएडा के वाटर हीरो विक्रांत टोंगड, जल संरक्षण के लिए भारत सरकार ने दिया था अवार्ड

World Water Day: ये हैं नोएडा के वाटर हीरो विक्रांत टोंगड, जल संरक्षण के लिए भारत सरकार ने दिया था अवार्ड

World Water Day 2023: आज वर्ल्‍ड वाटर डे मनाया जा रहा है. इस बीच हम आपके लिए नोएडा के रहने वाले विक्रांत टोंगड की कहानी लेकर आए हैं, जिनको भारत सरकार ने वाटर हीरो का अवार्ड से नवाजा था. विक्रांत के मुताबिक, नोएडा लगातार भूजल स्‍तर गिरता जा रहा है.

रिपोर्ट- आदित्य कुमार

नोएडा. कहा जाता है कि जल ही जीवन है. वहीं, फ्रेश वाटर की जरूरत और फ्रेश वाटर के सोर्स के सस्टेनेबल मैनेजमेंट को बढ़ावा देने के लिए विश्व में वर्ल्ड वाटर डे मनाया जाता है. अगर नोएडा की बात करें तो यहां पर भूजल स्तर को बचाने के लिए भी काम करने वाले लोग हैं. जिन्होंने अपने मेहनत से बहुत कुछ किया. हम आपको वाटर हीरो विक्रांत टोंगड से मिलवाते हैं. भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने साल 2020 में उन्हें वाटर हीरो अवार्ड से सम्मानित किया था. इसके बाद से ही उन्हें लोग वाटर हीरो के नाम से जानते हैं.

विक्रांत टोंगड मूलतः ग्रेटर नोएडा के रहने वाले हैं. वह साल 2010 से दिल्ली एनसीआर में पर्यावरण पर काम कर रहे हैं. विक्रांत बताते हैं कि नोएडा में भूजल स्तर काफी नीचे गिर गया है. मुझे याद है पहले यहां 20-30 फीट नीचे पानी मिल जाता था, जो कि अब किसी जगह पर दो सौ फीट और तो कहीं 300 फीट पर है. इसी को देखते हुए हमने काम करना शुरू किया. यहां पानी के सारे कुएं सूख गए हैं. कारण है भूजलस्तर का नीचे जाना. इसको देखते हुए हमने शोध किया और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में अपील डाली.

ताकि भूजल दोहन से बचाया जा सके
विक्रांत के अनुसार, साल 2010 में ही सोशल एक्शन फॉर फारेस्ट एंड एनवायरनमेंट (SAFE) का गठन किया और उसी के माध्यम से हमने 2011-12 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में अपील डाली. हमने मांग की थी कि जो बड़ी इमारतों का निर्माण नोएडा में हो रहा है, उसके बेसमेंट बनाने के लिए जमीन खोदी जा रही है उससे भूजल स्तर गिर रहा है. एनजीटी ने इसके बाद 2013 में आदेश दिया कि अंडरग्राउंड दो मंजिल से ज्यादा न बनाये जाए. साथ ही पानी का इस्तेमाल सिर्फ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट वाला ही इस्तेमाल कर सकते हैं. रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भी हमने नोएडा में आदेश पारित कराए. नोएडा के गोल्फ कोर्स में जो पानी का इस्तेमाल होता था. इसी साल उसके लिए भी हमने रोक लगाई है.

.

Tags: Drinking Water, Ministry of Jal Shakti, Noida news, Water Crisis, World Water Day

FIRST PUBLISHED : March 22, 2023, 11:25 IST
अधिक पढ़ें