यूक्रेन पर रूस ने बोल दिया बड़ा हमला, राजधानी कीव पर पूरी रात बरसे-ड्रोन मिसाइल, हिल गए जेलेंस्की
Russia Ukraine War News: रूस-यूक्रेन युद्ध में कीव पर ड्रोन और मिसाइल हमले से 8 लोग घायल हुए. हमले से पहले दोनों देशों ने 1,000 कैदियों की अदला-बदली की. शांति वार्ता की राह अब भी मुश्किल है.
मॉस्को: रूस और यूक्रेन का युद्ध पिछले तीन साल से चल रहा है. इस युद्ध में एक बार फिर यूक्रेन की राजधानी कीव दहशत से कांप उठी है. रूस ने शनिवार तड़के बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिससे पूरे शहर में धमाकों और मशीनगन की आवाजें गूंजने लगीं. हमले में आठ लोग घायल हो गए. इस हमले से सहमे नागरिकों ने रात का अधिकांश हिस्सा अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों में गुजारा. चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ घंटे पहले ही रूस और यूक्रेन के बीच एक बड़े कैदी आदान-प्रदान का पहला चरण शुरू हुआ था. इस समझौते के तहत दोनों देशों ने 1,000-1,000 सैनिकों और नागरिकों की अदला-बदली की योजना बनाई है.

यह एक दुर्लभ सहयोग का संकेत है, जबकि दोनों देशों के बीच तीन साल से जारी जंग में अब तक संघर्ष विराम की सभी कोशिशें नाकाम रही हैं. कीव सैन्य प्रशासन के कार्यवाहक प्रमुख तैमूर त्काचेंको ने बताया कि हमले के बाद राजधानी के चार जिलों में ड्रोन और मिसाइलों का मलबा गिरा. छह लोग घायल हुए हैं और दो स्थानों पर आग भी लगी. कीव के मेयर विताली क्लिट्स्को ने पहले ही नागरिकों को आगाह किया था कि 20 से ज्यादा रूसी ड्रोन शहर की ओर बढ़ रहे हैं. हमले के दौरान ओबोलोन जिले में एक मॉल और एक रिहायशी इमारत को नुकसान पहुंचा. राहत टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया.
रूस-यूक्रेन ने कैदी अदला-बदली की
रूस-यूक्रेन युद्ध के अब तक के सबसे बड़े कैदी आदान-प्रदान में शुक्रवार को 390 यूक्रेनी नागरिकों को रिहा किया गया. राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि सप्ताहांत में और रिहाइयों की उम्मीद है. दूसरी तरफ, रूस ने भी समान संख्या में अपने सैनिकों को रिहा करने की पुष्टि की. बेलारूस की सीमा के पास आदान-प्रदान स्थल पर जैसे ही रिहा किए गए लोग पहुंचे, उनके परिजनों की आंखें उन्हें तलाशती रहीं. एक महिला चिल्लाई, ‘वान्या! मेरे पति!’ युद्ध की इस त्रासदी में यह पल इंसानियत और रिश्तों की अहमियत को बयां करता है.
शांति की राह मुश्किल
हालांकि, इस अदला-बदली से युद्धविराम की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है. 1,000 किलोमीटर लंबी युद्ध रेखा पर अभी भी दोनों देशों के बीच भीषण लड़ाई जारी है. तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान ने भले ही इस पहल को ‘विश्वास निर्माण’ कहा हो, लेकिन क्रेमलिन के अनुसार शांति वार्ता का अगला दौर अब तक तय नहीं हुआ है. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक प्रस्तावित मसौदा दस्तावेज़ की बात कही है, जो युद्ध के बाद ‘स्थायी और व्यापक’ शांति का आधार बन सकता है. दूसरी ओर, यूरोपीय नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर शांति प्रयासों में देरी करने और यूक्रेनी इलाकों पर कब्ज़ा बढ़ाने का आरोप लगाया है. इस्तांबुल में हुई बैठक ने एक बार फिर यह साफ कर दिया कि दोनों देशों के बीच शांति की राह अब भी लंबी और कठिन है.
