एम्स्टर्डम. नीदरलैंड के हेग में 22 जनवरी को एक इस्लामिक विरोधी संगठन (Anti Muslim Organization) के नेता द्वारा देश की संसद के सामने कुरान फाड़ने का विरोध अब बढ़ता ही जा रहा है. सभी बड़े मुस्लिम देशों (Muslim Countries) के साथ इस्लामिक देशों के संगठन OIC ने भी इस मामले पर अपनी आपत्ति जताई है.
कुरान फाड़ने के कृत्य को इस्लामोफोबिया बताते हुए इन देशों ने डच विदेश मंत्रालय के पास अपना विरोध दर्ज कराया है. रिपोर्ट के अनुसार जर्मन इस्लाम विरोधी समूह पेगिडा के नेता एडविन वैगन्सवेल्ड ने डच संसद (Dutch Parliament) के बाहर मुस्लिमों के धर्म ग्रंथ कुरान (Quran) को फाड़ दिया था. ट्विटर पर, एडविन वेगेन्सवेल्ड (Edwin Wagensveld) ने अपने उत्तेजक कृत्य का एक वीडियो साझा किया जो हेग में संसदीय भवन के सामने हुआ था. इस मामले में एडविन वैगन्सवेल्ड की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.
घटना के वीडियो में जर्मन पैट्रियटिक यूरोपियन अगेंस्ट द इस्लामिकाइजेशन ऑफ द ओसीडेंट (Pegida) के डच चैप्टर के प्रमुख को पुस्तक के पन्नों को फाड़ते हुए और फिर उन पर चलते हुए दिखाया गया है. वीडियो वायरल होने के बाद सऊदी अरब ने मंगलवार को एक बयान जारी कर नीदरलैंड में एक चरमपंथी द्वारा कुरान को फाड़े जाने की निंदा की. इस दौरान पास में खड़े पुलिस कर्मियों ने भी शख्स को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया.
सऊदी अरब के साथ ही यूएई के विदेश मंत्रालय ने भी मंगलवार को एक बयान जारी कर इस कृत्य की निंदा की है. साथ ही कतर, कुवैत, जॉर्डन, मिस्र और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) द्वारा कुरान जलाये जाने पर डच सरकार से अपना विरोध दर्ज कराया गया है. आपको बता दें कि पिछले अक्टूबर में रॉटरडैम में पेगिडा समर्थकों के एक छोटे समूह की रैली के दौरान कुरान को जलाने का प्रयास किया गया था जिसे डच पुलिस ने रोक दिया था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: OIC, Quran, Saudi Arab, The netherlands, Turkey, UAE