2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में बीजेपी अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ रही है. पंजाब की राजनीति में बीजेपी छोटी पार्टी रही है. तीन विवादित कृषि कानून लाए जाने के बाद उसे न सिर्फ गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल बल्कि हर तरफ से विरोध झेलना पड़ा. 1997 से चला आ रहा एनडीए और अकाली दल का गठबंधन 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद टूट गया. अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल ने तो कृषि कानूनों के विरोध में अपने पद्म विभूषण सम्मान तक लौटा दिया था. 2007 के पंजाब चुनाव में बीजेपी को 19, तो 2012 के विधानसभा चुनाव में 12 सीटें ही मिल पाई थीं. 2017 के असेंबली इलेक्शन में बीजेपी ने 23 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से 3 सीटें उसके खाते में आई थीं और 5.39 प्रतिशत वोट उसे मिले थे. 2012 में बीजेपी ने 117 में से 23 सीटों पर लड़कर 12 सीटें हासिल की थीं. तब 7.18 प्रतिशत वोट उसे मिले थे. लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2019 में बीजेपी ने पंजाब की 13 में से 3 सीटों पर लड़कर 2 पर जीत पाई थी. 2014 के चुनाव में 3 सीटों पर लड़ने वाली बीजेपी को 2 पर जीत मिली थी.
प्रत्याशी का नाम | उम्मीदवार का प्रोफाइल | पार्टी | निर्वाचन क्षेत्र | स्थिति |
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