2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में बसपा ने शिरोमणि आकाली दल (एसएडी) के साथ गठबंधन किया है. हालांकि ये दोनों पार्टियां इतिहास में एक दूसरे के खिलाफ रही हैं. बसपा की संस्थापक मायावती पहले एसएडी और भाजपा की गठबंधन सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाती रही हैं. उन्होंने 2016 में एक चुनावी रैली में आप पर हमला बोला था और उसके नेता अरविंद केजरीवाल को बनिया तक कह दिया था. 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिली थी. 2012 में बसपा बलाचौर विधानसभा सीट पर 21,943 वोट पाकर दूसरे नंबर पर थी. उस वक्त वह राज्य में चौथी बड़ी पार्टी बन गई थी. बसपा ने इस चुनाव में दलितों के लिए घर और किसानों के लिए सब्सिडी का वादा किया है. उसने फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मसले को भी उठाया है.
प्रत्याशी का नाम | उम्मीदवार का प्रोफाइल | पार्टी | निर्वाचन क्षेत्र | स्थिति |
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