10 दिसम्बर 2020 को जिस संसद भवन की आधारशिला मोदी जी द्वारा रखी गयी वह ढाई साल से भी कम समय की प्रतीक्षा के बाद अन्ततः पूर्ण हो ही गया. देश के लोग अपने संसद भवन का नवीनतम रूप देख रहे हैं, राजनैतिक सरगर्मियों के बीच, विपक्षी दलों की आलोचना ...और भी पढ़ें
बहुसंख्यक भारतीय समाज की बात करें तो साइकल बच्चों का सबसे पसंदीदा खिलौना है. छोटे बच्चे हैं तो टॉय साइकल घर में जरूर होगी. थोड़े बड़े होने पर अमूमन हर मध्यवर्गीय बच्चे की ख्वाहिश होती है कि उसके पास एक साइकल जरूर हो. तीन पहिए की टॉय साइकल तो आसानी ...और भी पढ़ें
आज जब सड़क पर अपनी गाड़ी से गुजरता हूं और किसी साइकिल सवार को पास से गुजरते देखता हूं तो अपनी गाड़ी जरा स्लो कर उसके लिए रास्ता बना देता हूं. मुझे वे दिन याद आ जाते हैं जब साइकिल चलाया करता था और किसी गाड़ी को राह देने के ...और भी पढ़ें
ताऱीख थी एक मार्च 2019. तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी संसद और देश को संबोधित कर रहे थे. उनका गला बार बार अटक रहा था. दुनिया की नजरें उन पर टिकी हुई थीं. पाकिस्तान के भीतर घुस सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए भारत के विंग कमांडर अभिनंदन पाक सेना के ...और भी पढ़ें
घर परिवार के सदस्य हमेशा से ही अपने बच्चों को आगे बढ़ता देखना चाहते हैं. फिर चाहे वह बीते समय की बात हो या आज की. उन्हें सुसंस्कारी बनाना ही माता-पिता की प्राथमिकता होती है. अपने बच्चों के भविष्य के लिए वे हर वक्त चिंतित रहते हैं. उनका यही प्रयास ...और भी पढ़ें
‘जो मज़ा इंतज़ार में है वो वस्ल-ए-यार में कहां’, लगता है दुनिया भर के खगोलशास्त्रियों को फिलहाल इस शेर से काम चलाना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें दुनिया के जिस सबसे बड़े और विशालकाय कैमरे का इंतज़ार था, जिसे मई 2023 के अंत तक आ जाना था, वो अब आता दिख नहीं ...और भी पढ़ें
स्टास अलेक्सांद्रसन दक्षिणी रूस के क्रास्नोदार शहर के निवासी हैं. कम उम्र में बीसेक बरस पहले अमरीका चले गए. कई बरस बाद बर्लिन आ गए. इन दिनों अपने रुसी दोस्त अलेक्स फ्रोलोव के साथ प्राग में हैं. हम बहुभाषीय राष्ट्रों पर चर्चा कर रहे थे कि भाषा के आधार पर ...और भी पढ़ें
आजकल रीलों में एक गाना बड़ा चल रहा है ‘रावी’. ये गीत तीन चार साल पुराना है और बावरे मन ने इसे पहले कभी नहीं सुना था. ये समर्पित है उन लोगों गीत को जो विदेश रोजी-रोटी की तलाश में जाते हैं और वहां अपने वतन को, अपने अपनों को ...और भी पढ़ें
सीएम नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को बटोरने (एकजुट) की कोशिश में लगे हैं. अब तक विभिन्न दलों के 5 प्रमुख विपक्षी नेताओं से उनकी मुलाकात और बातचीत हुई है. इनके सकारात्मक उत्तर से नीतीश कुमार खुश जरूर हैं. लेकिन, राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ...और भी पढ़ें
शब्द, रंग, लय, गति और स्वर के सम्मोहन में डूबी यह ढलती हुई शाम. एक जादुई मंजर भोपाल के रवींद्र भवन के मंच पर उतर आया था. ईश्वर से लौ लगाती एक भक्तिन आत्मलीन होकर अपने आराध्य को पुकार रही थी. आध्यात्मिक अनुगूंज को थामता ध्रुपद का संगीत था और ...और भी पढ़ें
वो जो सिर झुका के धीरे से कहते हैं ना लड़की हुई है, उनको यूपीएससी का रिजल्ट दिखा दो. ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल है, अच्छे-अच्छे लोग इसे शेयर कर रहे हैं और बता रहे हैं कि बेटियों ने यूपीएससी में टॉप फोर पॉजीशन पर कब्जा किया है. हां, ...और भी पढ़ें
प्रश्न यह है कि भारतीयों के भोजन के अधिकार को सुनिश्चित करने वाले राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का मूल मकसद और भावना क्या है? जब कानून बनाया जाता है, तब उसकी पृष्ठभूमि में निःसंदेह सरकार की संवैधानिक बाध्यता होती है, लेकिन जब उस कानून का क्रियान्वयन किया जाता है, तब ...और भी पढ़ें
बहुत पुरानी बात है शायद 1978 की. देवास के महाराष्ट्र समाज में गणपति उत्सव के तहत कई प्रकार के कार्यक्रम होते थे. हम रोज बड़े चाव से जाते और सब कार्यक्रमों में हिस्सेदारी करते थे. एक दिन किसी का शास्त्रीय गायन था. बहुत देर तक हम मंच पर श्वेत वस्त्र ...और भी पढ़ें
निगाहें नक्शे पर जाकर अटकती हैं. सरहद की खींच दी गई रेखाओं में कैद कोई शहर धरती का एक टुकड़ा भर दिखाई देता है. क्या उस शहर का वजूद सिर्फ इतना और यही है? बेशक पहचान का यह पैमाना बहुत छोटा है. समय के फैले हुए विस्तार में एक शहर ...और भी पढ़ें
एमपी एमएलए सेशंस कोर्ट ने आजम खान को उस केस में बाइज्जत बरी कर दिया है, जिसमें सजा मिलने के बाद उनकी विधायकी चली गई थी. तो क्या अब आजम खान की विधानसभा सदस्यता बहाल हो जाएगी. क्या कोर्ट के इस फैसले से आजम की राजनीति को डूबते को तिनके ...और भी पढ़ें