न्यूजीलैंड की जोड़ी ने बदल डाला इंग्लैंड का खेल, दुनिया को दिया सबक- डर के आगे जीत है...

Brendon McCullum Changed The Thinking Of English Team: इंग्लैंड की टीम अभी पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है. पहले मैच में इंग्लैंड ने आक्रामक बल्लेबाजी की. इस कारण उसके गेंदबाजों को विरोधी टीम को 2 बार आउट करने का मौका मिल गया. नतीजा यह हुआ कि पाकिस्तान को मैच में 800 से अधिक रन बनाने के बाद भी हार मिली.

Source: News18Hindi Last updated on: December 14, 2022, 8:43 am IST
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न्यूजीलैंड की जोड़ी ने बदला इंग्लैंड का खेल, सबको दिया सबक- डर के आगे जीत है..
Brendon McCullum Changed The Thinking Of The English Team: इंग्लैंड ने टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है.

इंग्लैंड वनडे और टी20 फॉर्मेट का वर्ल्ड कप जीतने के बाद अब टेस्ट क्रिकेट में नए आयाम रच रहा है. महीने भर पहले ही इंग्लिश टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीता है. इसके बाद वह पाकिस्तान दौरे पर पहुंची और वहां भी कीर्तिमान रचने लगी है. उसने पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन 500 से ज्यादा रन बनाने समेत कई रिकॉर्ड बनाए. फिर रिजल्ट की खातिर हार का जोखिम तक लिया. हालांकि, जोखिम का उसे फायदा ही मिला और वह मैच जीतने में कामयाब रहा. दूसरे टेस्ट की रोमांचक जीत को भी इंग्लैंड की टीम के मेकओवर से जोड़ा जा रहा है. अगर आप इंग्लैंड की टीम के इस कायाकल्प पर गंभीरता से विचार करेंगे तो इसके पीछे की वजह में सबसे पहला नाम कोच का आएगा.




इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन 500 से ज्यादा रन बना दिए. महज 100 ओवर में 600 रन बना दिए. फिर दूसरी पारी में 120 से अधिक ओवर का खेल बाकी होने के बाद भी कप्तान बेन स्टोक्स ने पारी घोषित कर दी थी और अंत में वे टेस्ट मैच जीतने में सफल रहे. यह चीज दिखाती है कि इंग्लिश टीम किसी भी हालात में टेस्ट मैच जीतना चाहती है. पिछले कुछ साल को देखें, तो उनके खेल में काफी बदलाव आया है. पहले वे एक फॉर्मेट में अच्छा करते, तो दूसरे फॉर्मेट में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहता था, लेकिन अब टीम तीनों ही फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रही है.


मैक्कुलम और स्टोक्स की जोड़ी ने जमाया रंग

पिछले दिनों इंग्लैंड (England) ने ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता. इससे पहले इंग्लिंश टीम ने 2019 में हुए वनडे वर्ल्ड कप के खिताब पर भी कब्जा किया था. टेस्ट क्रिकेट की बात करें, तो पिछले 2-3 साल में इंग्लैंड का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. जो रूट की जगह बेन स्टोक्स को नया कप्तान बनाया गया. इतना ही नहीं व्हाइट बॉल के दिग्गज खिलाड़ी और न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैक्कुलम को टीम का नया कोच बनाया गया. उन्होंने टी20 के अलावा आईपीएल में भी खूब रन बनाए. उनके आने के बाद सबकुछ बदल गया है.


यह भी इत्तफाक ही है कि इंग्लिश टेस्ट टीम के कप्तान मैक्कुलम और कोच बेन स्टोक्स दोनों ही न्यूजीलैंड से हैं. स्टोक्स का परिवार तो अब भी न्यूजीलैंड में ही रहता है. हालांकि, वे खुद अब इंग्लैंड में बस गए हैं. जबकि न्यूजीलैंड के मैक्कुलम का इंग्लैंड से सिर्फ प्रोफेशनल रिश्ता है.


बैटिंग स्टाइल ने दिलाई बैजबॉल की याद

कोच ब्रेंडन मैक्कुलम की सोच ही अलग है. उन्होंने पूरी टीम की सोच को बदल डाला है. उनका एक ही कहना है, तेज खेलिए, मारकर खेलिए. इस कारण आज बैजबॉल काफी फेमस हो गया है. इंग्लिश टीम के टेस्ट क्रिकेट का स्ट्राइक रेट देखें, तो यह वनडे और टी20 की तरह हो गया है. वे अन्य टीमों से अलग ही दिख रहे हैं. इंग्लैंड ने चेस करते हुए कई मैच जीते. इस दौरान उन्होंने 50 ओवर में 250 ओवर रन भी बनाए.


अंतिम दिन 300 से ज्यादा रन बनाकर टेस्ट मैच जीता

दुनिया की किसी भी पिच पर टेस्ट मैच के अंतिम दिन बल्लेबाजी आसान नहीं रहती है. उन्होंने इस दौरान 300 से अधिक रन बनाकर टेस्ट मैच जीता. पाकिस्तान ने पहले टेस्ट में 800 रन बनाए और फिर भी उन्हें हार मिली. यह इसलिए संभव हो सका, क्योंकि इंग्लैंड ने मैच की दोनों पारियों में तेज बल्लेबाज की थी. ऐसे में उसके गेंदबाजों को पर्याप्त मौका मिल गया विरोधी टीम को आउट करने का. अब इंग्लैंड की टीम किसी भी हालात में टेस्ट मैच जीतना चाहती है और खिलाड़ी भी कोच की तरह सोच रहे हैं.


हार का खौफ नहीं 

इंग्लैंड की मौजूदा टीम की सबसे बड़ी खासियत उसका बेखौफ खेल है. 145 साल के टेस्ट इतिहास में ऐसे गिने-चुने मौके आए हैं जब किसी टीम या कप्तान ने जीत के लिए हार का रिस्क लिया हो. हमने ऐसे सैकड़ों टेस्ट मैच देखे हैं जब किसी टीम के पास मैच के चौथे दिन 320 से 350 रन तक की लीड रही तब भी उसने पांचवें दिन एक-दो घंटे बैटिंग करना पसंद किया. ऐसा करने की वजह यह होती है कि वह टीम किसी भी हालत में हारना नहीं चाहती. वह हारने की बजाय ड्रॉ खेलना पसंद करती है. इंग्लैंड ने हार के इसी खौफ को खुद से अलग कर दिया है. और कहते हैं- डर के आगे जीत है…

(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए News18Hindi उत्तरदायी नहीं है.)
ब्लॉगर के बारे में
लालचंद राजपूत

लालचंद राजपूतपूर्व क्रिकेटर और कोच

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच. 1985 से 1987 तक भारत के लिए खेल चुके लालचंद राजपूत फिलहाल जिम्बाब्वे के कोच हैं.

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First published: December 14, 2022, 8:43 am IST

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