एक गेंदबाज़ के तौर पर पिछले कुछ महीने गुजरात के अक्षर पटेल के लिए बहुत प्रभावशाली नहीं रहे हों लेकिन एक ऑलराउंडर के तौर पर उन्होंने अपना लोहा मनवाना शुरु करवा दिया है. अगर रिकी पोटिंग जैसे दिग्गज उनके फैन बनते दिख रहे हैं तो आपको अंदाज़ा हो जाना चाहिए कि दिल्ली कैपिटल्स के इस खिलाड़ी में कुछ तो ख़ास है. ऋषभ पंत की ग़ैर-मौजूदगी में अक्षर पटेल अपनी टीम के लिए आईपीएल में अहम खिलाड़ी साबित होंगे और शायद इसलिए हेड कोच पोटिंग ने उन्हें उप-कप्तानी की ज़िम्मेदारी दिला दी है. इससे एक तीर से दो शिकार साधने का प्रयास पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने किया है. पहला ये कि अक्षर पटेल और ज़्यादा ज़िम्मेदार हो जाएं और दूसरा ये कि डेविड वार्नर जैसे विदेशी कप्तानी होने के चलते संवाद की किसी तरह की समस्या भारतीय खिलाड़ियों के साथ नहीं हो. पटेल एक तरह से देखा जाए तो टीम मैनेजमेंट में पोटिंग-वार्नर की जोड़ी के लिए पुल बन सकते हैं.
अक्षर पटेल की पिछले महीने ही शादी हुई है और क्रिकेट के मैदान पर उनका हनीमून बरकरार है. ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ एक मुश्किल टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने बल्लेबाज़ के तौर पर शानदार छाप छोड़ी. अगर सिर्फ 5 पारियों में उन्होंने 88 की औसत से 264 रन बनाए जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे तो अहम ये भी था कि वो तीनों मौकों पर शतक बनाने के करीब थे. सिर्फ विराट कोहली (297 और उसमान ख्वाजा (333 रन) ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान उनसे ज़्यादा रन बनाये. और ये बात किसी से छिपी तो नहीं है कि ख्वाजा या फिर कोहली के ज़्यादातर रन अहमदाबाद टेस्ट की फ्लैट पिच पर आये जबकि पटेल के रन पहले तीन टेस्ट के दौरान चुनौतीपूर्ण पिचों पर आये थे.
अक्षर पटेल की हालिया बल्लेबाज़ी ने कैपिटल्स के कोच पोटिंग को चौंकाया नहीं है बल्कि उनके भरोसे को सही ही साबित किया है. पोटिंग मानते है कि पटेल में अब वो माद्दा है कि आईपीएल में वो नंबर 4 से लेकर नंबर 6 तक किसी भी स्थान पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं. पटेल ज़रुरत पड़ने पर बेहद आक्रामक हो सकते हैं तो मौके को देखते हुए संभलकर विकेट भी बचा सकते हैं. पोटिंग ने हाल ही में खुलासा किया था कि कैसे पिछले साल उनकी तकनीक में उन्होंने थोड़े से बदलाव करने का सुझाव दिया था जिससे अब पटेल शॉर्ट पिच गेंदों के ख़िलाफ़ भी बेहद अच्छे बल्लेबाज़ बन चुके हैं.
दरअसल, पोटिंग आज के नहीं बल्कि एक दशक से भी ज़्यादा पुराने वक्त से अक्षर के मुरीद हैं. 2013 में जब एक युवा खिलाड़ी की तरह जब पटेल मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल थे तो उन्होंने पोंटिंग को अपने नज़रिये और प्रतिभा से प्रभावित किया था. ये अलग बात है कि उस दौर में मुंबई के पास एक से बढ़कर एक धाकड़ खिलाड़ी थे जिलके चलते उन्हें मौके नहीं मिले. पटेल जब एक और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान जॉर्ज बेली के अंडर में पंजाब के लिए खेले तब उनके खेल में शानदार निखार देखने को मिलने लगा. 2016 में गुजरात लॉयंस के ख़िलाफ़ एक मुकाबले में अक्षर ने 5 गेंदों पर 4 विकेट वाली हैट्रिक का भी कमाल दिखाया. पंजाब से जब 2019 में अक्सर ने दिल्ली का रुख़ किया तो उन पर 5 करोड़ की बोली लगी.
2022 के IPL Mega Auction पोटिंग ने फिर से अपनी फ्रैंचाइजी को पटेल पर 12 करोड़ तक की बोली लगाते हुए हर हाल में टीम में फिर से बनाये रखने का कामयाब प्रयास किया. अब सिर्फ आईपीएल और पोटिंग ही नहीं बल्कि बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट के चयनकर्ताओं और मैनेजमेंट ने अक्षर की अहमियत को समझा. आज के दौर में अक्सर क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेलते है और उन्हें ग्रेड ए का करार मिला है. बहुत सारे आलोचकों को ऐसा भी लगा कि अक्षर के लिए यह ज़्यादा बड़ी प्रोन्नति है लेकिन अक्षर के साथ अक्सर ऐसा होता है कि आलोचक उन्हें हल्के में लेने की भूल करते हैं. कितने लोगों के ये बात याद होगी कि महेद्र सिंह धोनी ने उन्हें 2015 के वर्ल्ड कप में बहुत ज़्यादा अनुभव नहीं होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के लिए चुने जाने की वकालत की थी?
ये बातें कहीं ना कहीं ये दिखाती है कि आप अक्षर की भोली-भाली और सीधी-साधी वाली छवि से गच्चा खा सकते हैं. आप उनको देसी लहजे में प्रेस कांफ्रेस में सुनते हैं और शायद उनकी काबिलियत को उतनी गंभीरता से नहीं लेते हैं. लेकिन, प्रेस कांफ्रेस में शानदार अंग्रेज़ी बोलना या फिर अपनी ज़ुबान में ही वाकपट्ता साबित करना एक अलग कला है और मैदान पर अपनी क्रिकेट के दम पर कप्तान और साथी खिलाड़ियों को प्रभावित करना एक बिलकुल अलग बात है.
करीब एक दशक पहले आईपीएल में ही साल 2014 में अक्सर को “Emerging Player of the Year” का खिताब मिला था. आज अक्सर टीम इंडिया के लिए ग्रेड ए खिलाड़ी है और साथ ही एक ताकतवर आईपीएल टीम के उप-कप्तान भी. कौन जाने इस साल आईपीएल में दिल्ली के साथ और भविष्य में टीम इंडिया के साथ उनके प्रदर्शन में निरंतरता उन्हें कहां ले जाये.
न्यूज़18 इंडिया के पूर्व स्पोर्ट्स एडिटर विमल कुमार करीब 2 दशक से खेल पत्रकारिता में हैं. Social media(Twitter,Facebook,Instagram) पर @Vimalwa के तौर पर सक्रिय रहने वाले विमल 4 क्रिकेट वर्ल्ड कप और रियो ओलंपिक्स भी कवर कर चुके हैं.
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