उन लोगों के लिए खुशखबरी है, जो कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद एक अदद जॉब की तलाश में हैं. ऐसे लोगों के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनियों में अच्छे अवसर निकल रहे हैं. प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री वर्ष 2020 तक दोगुनी होने जा रही है. अनुमानित रूप से इस समय देश में 70 लाख से भी अधिक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड हैं. जिस तरह से यह इंडस्ट्री बढ़ रही है, उससे सिक्युरिटी कंपनियों में गार्ड्स से लेकर ऑफिसर तक के काफी अवसर निकल रहे हैं.
यही कारण है कि सरकारी सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी नौकरी छोड़कर प्राइवेट सिक्युरिटी कंपनियां ज्वाइन कर रहे हैं, क्योंकि कई कंपनियां काफी अच्छी सैलरी भी दे रही हैं. अच्छी बात यह है सिक्युरिटी गार्ड के लिए योग्यता अमूमन 10वीं पास है. कई दफा ये एजेंसियां इससे भी कम पढ़े लोगों को नौकरी देती हैं.
वैश्विक स्तर पर 180 अरब डॉलर की है इंडस्ट्री: वर्तमान में ग्लोबल लेवल पर यह इंडस्ड्री 180 अरब डॉलर यानी लगभग 12 लाख करोड़ रुपए की है, जिसके 2020 तक बढ़कर 240 अरब डॉलर यानी 16 लाख करोड़ रुपए के हो जाने का अनुमान है. खासकर भारत जैसे देश जहां इकोनॉमिक एक्टिविटी तेजी से बढ़ रही है, इस इंडस्ट्री की ग्रोथ वैश्विक ग्रोथ से काफी अधिक होने का अनुमान है.
ग्रोथ के क्या हैं कारण; प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री की जोरदार ग्रोथ के कई कारण हैं. काम के अवसर कम होने और समाज में कई तरह के विध्वंसक तत्वों के कारण चोरी, डकैती से लेकर तमाम तरह के अपराधों की संख्या में इजाफा हो रहा है. ऐसे में निजी कंपनियों के पास सिक्योरिटी गार्ड की नियुक्ति के अलावा शायद ही कोई विकल्प बच जाता है. निजी कंपनियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. अब ये कंपनियां मेट्रो शहरों के साथ ही दूसरे और तीसरे दर्जे वाले शहरों की तरफ भी तेजी से रुख कर रही हैं. ऐसे में लोगों को अपने घर के पास भी जॉब के अवसर मिल रहे हैं.
एटीएम, हाउसिंग सोसायटी व शैक्षिक संस्थान; एटीएम और हाउसिंग सोसायटी की बढ़ती संख्या से भी इस इंडस्ट्री को बड़ा बूस्ट मिला है. एटीएम पर जहां सुरक्षा गार्ड रखना जरूरी कर दिया गया है, वहीं हाउसिंग सोसायटी में भी बड़ी संख्या में गार्ड रखे जाते हैं, ताकि वहां भी व्यवस्था बनी रहे. इसी तरह इन दिनों हर जगह अलग-अलग तरह के शैक्षिक संस्थान खुल रहे हैं, यहां भी सुरक्षा की जरूरत बढ़ गई है.
पुलिस की कमी से भी मिल रहा है बूस्ट: भारत में पुलिस कर्मियों की कम संख्या के कारण भी प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री को जोरदार बूस्ट मिल रहा है. सुरक्षा के लिए अधिकांश इंडस्ट्री और इंस्टीट्यूशंस को प्राइवेट गार्ड्स पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है.
इन मुल्कों में हैं अधिक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड:
भारत 70 लाख
चीन 50 लाख
अमेरिका 11 लाख
ब्राजील 17 लाख
रूस 8 लाख
जापान 4.5 लाख