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क्यों बजरंग-साक्षी जैसे ओलंपिक में मेडल जीत चुके पहलवान सड़क पर उतरे? जंतर-मंतर पर खोला मोर्चा

बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक जैसे पहलवान फेडरेशन के खिलाफ सड़क पर उतरे. (Bajrang punia twitter)

बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक जैसे पहलवान फेडरेशन के खिलाफ सड़क पर उतरे. (Bajrang punia twitter)

Wrestlers Protest Against WFI President: भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में पदक जीत चुके रेसलर बजरंग पूनिया, रियो ओलंपिक में ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

ओलंपिक में मेडल जीत चुके पहलवान सड़क पर उतरे
WFI अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा

नई दिल्ली. ओलंपिक में देश का परचम बुलंद करने वाले पहलवानों ने भारतीय रेसलिंग फेरडेशन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एक-नहीं, कई पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर इकठ्टा होकर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का विरोध कर रहे हैं. इसमें ओलंपियन बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और सरिता मोर जैसे पहलवान शामिल हैं. जंतर-मंतर पर विरोध के अलावा इन दिग्गज पहलवानों ने ट्विटर पर भी अध्यक्ष के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है.

पहलवानों ने अपनी शिकायतों या मांगों के बारे में विस्तार से नहीं बताया. लेकिन यह स्पष्ट था कि वे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और कैसरगंज से भाजपा सांसद सिंह के रवैये से आजिज आ चुके हैं. खिलाड़ी ट्विटर पर बॉयकॉट WFI प्रेसिडेंट का ट्रेंड चला रहे हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पीएमओ को भी टैग किया है.

बजरंग, विनेश, रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता सुमित मलिक जंतर मंतर पर धरने पर बैठे 30 पहलवानों में हैं.

बजरंग पूनिया ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘खिलाड़ी पूरी मेहनत करके देश को मेडल दिलाता है, लेकिन फेडरेशन ने हमें नीचा दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया. मनचाहे कायदे कानून लगाकर खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जा रहा है.”

उनके अलावा विनेश फोगाट ने भी ट्वीट कर भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ नाराजगी जाहिर की. उन्होंने लिखा, ‘खिलाड़ी आत्मसम्मान चाहता है और पूरी शिद्दत के साथ ओलंपिक और बड़े खेलों की तैयारी करता है. लेकिन, फेडरेशन ही अगर उनका साथ न दे को मनोबल टूट जाता है. लेकिन, हम झुकेंगे नहीं. अपने अधिकारों और हक के लिए लड़ेंगे.’

बजरंग ने पीटीआई से कहा, ‘हमारी लड़ाई सरकार या भारतीय खेल प्राधिकरण के खिलाफ नहीं है. हम डब्ल्यूएफआई के खिलाफ हैं. हम आज इसका ब्यौरा देंगे. ये तो अब आर पार की लड़ाई है.’ बजरंग का सहयोगी स्टाफ भी धरने पर बैठा है, जिसमें उनके कोच सुजीत मान और फिजियो आनंद दुबे शामिल हैं. एक अन्य पहलवान ने कहा कि तानाशाही नहीं चलेगी.

ओलंपिक में मेडल जीत चुकी हैं महिला रेसलर साक्षी मलिक ने ट्वीट किया, ‘खिलाड़ी मेहनत करके देश को मेडल दिलाते हैं. लेकिन फेडरेशन ने हमें नीचे दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया है. मनचाहे कायदे-कानून लगाकर खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जा रहा.’

बृजभूषण शरण सिंह 2011 से डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष हैं और फरवरी 2019 में लगातार तीसरी बार चुने गए हैं.

Tags: Bajrang punia, Sakshi Malik, Wrestling, Wrestling Federation of India

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