'मेरी बेटी फाइटर थी!' काम के तनाव से हुई लड़की की मौत, मां ने बॉस को लिखा खत, सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
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ट्विटर पर एक खत को शेयर किया गया है, जो मृत लड़की की मां ने लिखा है. मरने वाली लड़की 26 साल की थी और उसका नाम एना सबेशियन था. वो EY नाम की कंपनी में चार्टेड अकाउंटेंट (CA death in Pune) थी. हाल ही में उसकी मौत हो गई. उसकी मौत का कारण स्ट्रेस बताया जा रहा है.
लड़की की मौत स्ट्रेस से हुई है. (प्रतीकात्मक फोटो: Twitter/kaay_rao)आजकल कंपनियों में काम को लेकर कर्मचारियों पर इतना दबाव बनाया जाता है कि वो छुट्टियों में भी काम में ही उलझे रहते हैं. त्योहार हों, बच्चों के स्कूल में कोई फंक्शन हो, तबीयत खराब हो, पर कर्माचारियों को राहत नहीं होती क्योंकि उन्हें असंभव से टार्गेट पूरा करने के लिए जान लगा देनी पड़ती है. ऐसे में वो अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देते. ऐसा ही पुणे (Pune EY employee death) की एक बड़ी कंपनी में काम करने वाली लड़की के साथ हुआ. काम का इतना तनाव था कि उसकी मौत हो गई. अब उस लड़की की मां ने कंपनी के इंडिया चेयरमैन को खत लिखकर अपने मन की बात कही है. महिला का खत सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
ट्विटर अकाउंट @kaay_rao पर इस खत को शेयर किया गया है. मरने वाली लड़की 26 साल की थी और उसका नाम एना सबेशियन था. वो EY नाम की कंपनी में चार्टेड अकाउंटेंट (CA death in Pune) थी. हाल ही में उसकी मौत हो गई. उसकी मौत का कारण स्ट्रेस बताया जा रहा है. इसके बाद लड़की की मां अनीता ऑगस्टीन ने कंपनी के इंडिया चेयरमैन राजीव मेमानी को खत लिखकर कंपनी के खराब वर्क-कल्चर और मैनेजर्स के दुर्व्यवहार के बारे में शिकायत की.
Heartbreaking news from EY Pune – a young CA succumbed to the work pressure and nobody from EY even attended her funeral – this is so appalling and nasty!!! pic.twitter.com/pt8ThUKiNR— Malavika Rao (@kaay_rao) September 17, 2024
मां ने बताया अपना दुख
महिला ने लिखा कि उसकी बेटी एक फाइटर थी. बचपन से ही स्कूल-कॉलेज में वो टॉपर रही. सीए की परीक्षा में भी उसने अच्छी परफॉर्मेंस दी थी. ईवाए में उसकी पहली नौकरी थी जिसके लिए वो बहुत उत्सुक थी. पहली नौकरी होने के बावजूद उसे इतना काम सौंपा जा रहा था कि वो काम के प्रेशर में दबी जा रही थी. न ही वो ठीक से सो पा रही थी और न ही समय पर खाना खा पा रही थी. मना नहीं कर पाने की वजह से उसे ज्यादा काम सौंपा जा रहा था. कई बार तो उसे कोई रिपोर्ट रात में दी जाती और अगले दिन सुबह पूरी कर के जमा करने को कहा जाता. जब वो कहती कि उसे वक्त चाहिए तो उससे कहा जाता कि वो रात में कर सकती है. उसके मैनेजर भी उसके ऊपर ज्यादा ही प्रेशर डाल रहे थे. सिर्फ एक्सपीरियंस लेने के चक्कर में वो नौकरी नहीं छोड़ पा रही थी.
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Ashutosh Asthana
आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट की ऑफबीट सेक्शन की टीम में सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया के अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग खबरों को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल मीडिया के क्ष...और पढ़ें
आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट की ऑफबीट सेक्शन की टीम में सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया के अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग खबरों को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल मीडिया के क्ष... और पढ़ें
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