हिंदू धर्म पुराणों के अनुसार, दक्षिणावर्ती शंख अत्यंत पुण्यप्रद माना जाता है.
Benefits Of Dakshinavarti Shankh: हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार माता लक्ष्मी की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी, इसलिए एक ही स्थान पर ठहरना इनका स्वभाव नहीं है. सनातन धर्म में माता लक्ष्मी को धन की देवी माना गया है. मनुष्यों के अलावा, देवी-देवताओं को भी माता लक्ष्मी से ही वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. हर व्यक्ति अपने जीवन में खुशियां और संपन्नता लाने के लिए बहुत से उपायों को करता है. ज्योतिष शास्त्र में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई उपायों के बारे में बताया गया है. माना जाता है कि माता लक्ष्मी की प्रिय वस्तु को यदि घर में रखा जाए तो मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. माता लक्ष्मी की प्रिय वस्तुओं में से एक है शंख. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञ पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
हिंदू धर्म में शंख का अपना महत्वपूर्ण स्थान है. भगवान शिव को छोड़कर अन्य सभी देवी-देवताओं की पूजा में शंखनाद किया जाना शुभ माना जाता है. इसके अलावा, शंख की प्राप्ति समुद्र मंथन से हुई थी. देवताओं और असुरों के बीच हुए समुद्र मंथन के दौरान 14 रत्न पाए गए थे, जिनमें से एक शंख भी था.
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वैसे तो कई प्रकार के शंख पाए जाते हैं, लेकिन इन सभी शंखों में से सबसे श्रेष्ठ दक्षिणावर्ती शंख को बताया गया है. हिंदू धर्म पुराणों के अनुसार, दक्षिणावर्ती शंख अत्यंत पुण्यप्रद माना जाता है.
दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर रखना शुभ माना जाता है. इसके अलावा इस जल का पूरे घर में छिड़काव करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है. घर में नियमित पूजा में भी शंख को धूप दीप दिखाना चाहिए. माना जाता है ऐसा करने से घर में सकारात्मकता आती है और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. दक्षिणावर्ती शंख को लाल कपड़ा बिछाकर उसके ऊपर रखना चाहिए. इसमें गंगाजल और कुश डालें और फिर किसी आसन में बैठकर ‘ऊं श्री लक्ष्मी सहोदराय नम:’ मंत्र का जाप करें. इस मंत्र का कम से कम पांच माला जाप अवश्य करें. ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर घर में वास करते हैं.
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दक्षिणावर्ती शंख प्रमुख रूप से दो प्रकार के होते हैं. इसमें एक नर्तक षणमुखी शंख होता है और दूसरा मादा दक्षिण मुखी शंख. ऐसा शंख जिसकी पदत मोटी और भारी होती है, उसे दक्षिणावर्त शंख कहते हैं. इसके अलावा, जो शंख पतला और हल्का होता है, उसे मादा दक्षिणावर्त शंख कहा जाता है. माता लक्ष्मी की कृपा पाने और घर पर रखने के लिए दक्षिणावर्ती शंख को अत्यंत शुभ माना गया है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में दक्षिणावर्ती शंख रखा जाता है और उसकी नियमित तौर पर पूजा की जाती है, वहां न केवल माता लक्ष्मी का वास होता है, बल्कि भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी बना रहता है.
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