कालसर्प दोष के कारण अनेक समस्याएं हो सकती हैं.
Kalsarpa Dosh : हिंदू धर्म में जन्म लेने वाला व्यक्ति पैदा होते ही अपनी कुंडली में बहुत सारे योग लेकर आता है. इनमें से कुछ योग बहुत अच्छे होते हैं, जो उस व्यक्ति के जीवन को बदल देते हैं और कुछ योग बहुत खराब. इसके अलावा, कुछ ऐसे भी योग कुंडली में बनते हैं, जो जातक को मिश्रित फल देते हैं. ऐसी स्थितियों में सुख-सुविधाएं होते हुए भी व्यक्ति अधिकांश समय परेशान ही रहता है. व्यक्ति की कुंडली में कई तरह के शापित योग भी पाए जाते हैं. कालसर्प योग इन्हीं शापित योगों में से एक है. ज्योतिष शास्त्र मानता है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष है तो व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना जीवन भर करना पड़ सकता है. कालसर्प योग के विषय में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञ पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
ज्योतिष शास्त्र में बताया जाता है कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होता है तो इससे उसे तरह-तरह के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है. कालसर्प दोष होने पर शारीरिक और आर्थिक रूप से परेशानियां आती हैं. कुछ लोगों को कालसर्प दोष की वजह से संतान संबंधी कष्ट भी उठाने पड़ते हैं. या तो वह व्यक्ति संतान हीन रहता है या फिर संतान रोगी होती है. कालसर्प दोष होने पर जातक की नौकरी भी बार-बार छुटती है और उसे कई बार कर्ज भी लेना पड़ सकता है. कालसर्प दोष होने पर किसी विद्वान ज्योतिष की सलाह से इसका निवारण करवाना बहुत जरूरी होता है.
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हिंदू धार्मिक ग्रंथों और ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष को दूर करने के लिए कई आसान से उपाय बताए गए हैं. यदि पति-पत्नी के बीच क्लेश रहता है तो मोर पंख वाला मुकुट धारण करे भगवान कृष्ण की प्रतिमा को अपने घर में स्थापित करें और उनकी प्रतिदिन पूजा अर्चना करने के साथ “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः” या “ॐ नमो वासुदेवाय कृष्णाय नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें. माना जाता है, इन मंत्रों के नियमित जाप से कालसर्प दोष की शांति होती है.
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यदि कालसर्प दोष की वजह से आपको या किसी व्यक्ति को रोजगार में परेशानी आ रही है तो ऐसे में उस व्यक्ति को पलाश के फूल को गोमूत्र में डुबा कर, उसे बारीक पीसकर चूर्ण बना और चंदन पाउडर के साथ मिलाकर शिवलिंग पर त्रिपुंड का आकार बनाएं. 21 दिनों तक ऐसा करने से कालसर्प दोष शांत होगा और नौकरी की समस्या जल्द दूर होगी.
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