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माला जपते समय रखें 4 बातों का ध्यान, ऐसी माला जाप के लिए शुभ, ज्योतिषाचार्य से जानें सही तरीका

जाप करते समय भूल से भी माला को हाथों से नीचे नहीं गिरने देना चाहिए.

जाप करते समय भूल से भी माला को हाथों से नीचे नहीं गिरने देना चाहिए.

MALA JAPNE KE NIYAM: हिंदू धर्म में माला से जप करते हुए भगवान का नाम लेना बहुत ही शुभ माना गया है. माला से जाप करने का ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

पीले रंग के मोती की माला से जाप करने से मन और दिमाग शांत रहता है.
कुछ मालाएं ऐसी भी होती हैं जिनमें 21 अथवा 51 मनके पिरोए जाते हैं.

MALA JAPNE KE NIYAM: हिंदू धर्म में प्राचीन काल से ही जप और तपस्या करना एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. जिसके लिए एक माला की जरूरत होती है और माला हाथ में लेकर मंत्रों का जाप किया जाता है. आमतौर पर माला में 108 दाने होते हैं. इन दानों के खत्म होने तक जाप निरंतर करते रहना चाहिए. मान्यता है कि माला जपने से भक्तों के मन की शांति बढ़ती है और वह खुद को भगवान के करीब महसूस करते हैं. इसके अलावा माला जपने से ध्यान भी नहीं भटकता लेकिन हिंदू धर्म शास्त्रों में माला जपने के भी कुछ नियम है. जिन्हें ध्यान में रखना बहुत जरूरी होता है. भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं माला जपने के कुछ नियमों के बारे में.

कौन सी माला जप के लिए अच्छी है?

आमतौर पर देखने में आता है कि जातक तुलसी की माला या फिर रुद्राक्ष की माला से जाप करते हैं. मगर पीले रंग के मोती की माला से जाप करने से मन शांत रहता है और दिमाग फोकस रहता है. पीले रंग की माला में आप मूंगे के मोती की माला से भी जाप कर सकते हैं.

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माला फेरने का सही तरीका क्या है?

आप किसी भी माला से जाप करें लेकिन माला से जाप करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि माला को आपने अपने हाथों में सही से पकड़ा हो. आपकी माला नाभि से नीचे नहीं जानी चाहिए और नाक के ऊपर भी माला नहीं रखी जानी चाहिए. इतना ही नहीं माला को सीने से चिपका कर जाप बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.

 यदि आप आंखें खोलकर के जाप कर रहे हैं तो आपको परमात्मा पर आंखें टिका कर रखनी चाहिए. यदि आप आंखें मूंदकर जाप कर रहे हैं तो आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि परमात्मा की छवि आपकी आंखों में केंद्रित हो.

जाप करते समय भूल से भी माला को हाथों से नीचे नहीं गिरने देना है. इतना ही नहीं आपको जमीन पर भी माला बिल्कुल नहीं रखनी है. आप माला को किसी आसन या डिब्बे में ही रखें.

जाप करने से पहले क्या करें ?

माला से जाप करने से पहले उसे शुद्ध करना जरूरी है. इसलिए जब भी आप जाप करना शुरू करें उससे पहले खुद पर गंगाजल छिड़क दें और साथ ही माला को भी जंगा गंगाजल से अवश्य शुद्ध करें. जहां पर आपको बैठकर जप करना है उस स्थान को भी साफ स्वच्छ रखना बहुत जरूरी है.इसके बाद आप उस स्थान पर एक स्वच्छ आसान बिछाकर उस पर बैठकर जाप करें.

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एक माला से कितने मंत्र का जाप कर सकते हैं?

ज्यादातर मालाओं में 108 मनके होते हैं, हालांकि कुछ मालाएं ऐसी भी होती हैं जिनमें 21 अथवा 51 मनके पिरोए जाते हैं. आप जितनी बार माला से जाप करना चाहते हैं. उतने मनके वाली माला बाजार से खरीद सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि जब आप एक माला से किसी एक मंत्र का जप कर रहे हैं, तो दूसरे मंत्र का जप उस माला से बिल्कुल भी ना करें.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion

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