ज्योतिष शास्त्र में पान के पत्तों को दैवीय पत्तों के रूप में जाना जाता है.
Paan Ke Upay : हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के लिए पान के पत्तों का इस्तेमाल काफी लंबे समय से किया जाता आ रहा है. पूजा-पाठ के दौरान पान के पत्ते देवी-देवताओं को अर्पित किए जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र में भी पान के पत्तों को दैवीय पत्तों के रूप में जाना जाता है. पान के पत्तों में देवी-देवताओं का वास माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पान के पत्तों के कुछ ऐसे उपाय हैं, जिन्हें करने से घर-परिवार में सुख-शांति और सौभाग्य आता है. पान के पत्ते जिंदगी की आर्थिक और निजी परेशानियों को दूर करने में भी कारगर हो सकते हैं. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं दिल्ली निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित आलोक पाण्डया.
पान के पत्तों के उपाय से भगवान हनुमान की कृपा भी प्राप्त की जा सकती है और हनुमान जी जब प्रसन्न हो जाते हैं तो अपने भक्तों की मनोकामना की पूर्ति करते हैं. इसके लिए आपको प्रत्येक मंगलवार या शनिवार के दिन स्नान करके मंदिर में भगवान बल बजरंगबली को पान का बीड़ा अर्पित करना है. माना जाता है कि हनुमान जी को पान का बीड़ा अर्पित करने से वे प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी परेशानियों को दूर करते हैं.
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पान के पत्तों में सकारात्मक ऊर्जा पाई जाती है. इनका इस्तेमाल करके नकारात्मक शक्तियों को खत्म किया जा सकता है. ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को या बच्चे को नजर लग गई है तो पान के पत्ते से उसकी नजर उतारी जा सकती है. नजर लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की सात पंखुड़ियां रखकर खिलाने से नजर दोष दूर हो जाता है.
माना जाता है कि पान के पत्तों को भगवान शिव को अर्पण करने से वे प्रसन्न होते हैं. पौराणिक मान्यताएं हैं कि पान में गुलकंद, सुपारी का बुरादा, सौंफ और कत्था डालकर भगवान शंकर को अर्पित करने से वे अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
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यदि आप अपने व्यवसाय का विस्तार करना चाह रहे हैं तो ऐसे में शनिवार के दिन 5 पीपल के पत्ते और 8 पान के साबुत डंडी दार पत्ते लेकर उन्हें एक ही धागे में पिरो कर दुकान या अपने संस्थान की पूर्व दिशा की ओर बांधें. ऐसा आपको लगातार 5 शनिवार तक करना है. इसके बाद पुराने पत्तों को किसी नदी या कुएं में प्रवाहित कर दें. इस उपाय को करने से आपके व्यवसाय में बढ़ोत्तरी होगी.
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