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कहते हैं गाड़ी का तेल-पानी ठीक रखें, क्या होता है तेल-पानी और कैसे रखा जाता है इसे ठीक? जानिए

कार के ऑयल और कूलेंट के वाटर लेवल को चेक करना जरूरी है.

कार के ऑयल और कूलेंट के वाटर लेवल को चेक करना जरूरी है.

Types of oil in Car: कार में कई तरह के ऑयल और पानी डाले जाते हैं. इनका अपना-अपना एक खास रोल होता है. गाड़ी में जितना जर ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

कार में इंजन ऑयल के अलावा भी तीन तरह का ऑयल यूज होता है.
पानी का इस्तेमाल कूलेंट के साथ किया जाता है.
विंडशील्ड वॉशर में भी पानी का इस्तेमाल होता है.

नई दिल्ली. कार की सर्विस के दौरान या मैकेनिक से आपने कई बार सुना होगा कि कार का तेल-पानी चैक करो या तेल-पानी बदलो. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि ये तेल-पानी होती क्या चीज है और इसे बदलवाना क्यों जरूरी है. दरअसल कार को पेट्रोल डीजल के अलावा भी कुछ ऐसी चीजों की जरूरत होती है जिनकी मदद से वो चल पाती है. जितना गाड़ी में पेट्रोल या डीजल जरूरी होता है उतना ही कार को चलाने के लिए इन चीजों की भी जरूरत होती है.

अब ये चीजें क्या होती हैं और इनकी जरूरत क्यों होती है, ये जानना भी बेहद जरूरी है. क्योंकि यदि कार के तेल पानी में गड़बड़ हुई तो समझिए आपकी कार का इंजन खराब हुआ और ऐसे में कार को चला सकना संभव नहीं होगा. तो आइये जानते हैं क्या होता है कार का तेल-पानी….

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कितने तरह के होते हैं कार में तेल

  • इंजन ऑयलः कार में इंजन ऑयल सबसे जरूरी कंपोनेंट होता है. ये कार के इंजन को न केवल ठंडा रखने में मदद करता है बल्कि चिकनाहट भी देता है जिसके चलते पिस्टन स्मूथ चलते हैं और इंजन सीज नहीं होता है. इंजन ऑयल के कम होने या खराब होने की स्थिति में इंजन सीज हो सकता है, जिसके बाद कार पर आपका लाखों का खर्च भी हो सकता है.
  • ब्रेक ऑयलः ब्रेक ऑयल ब्रेकिंग के दौरान प्रैशर क्रिएट करने के लिए होता है. सामान्य स्थितियों में ये जल्दी न खराब होता है और न ही कम होता है लेकिन लीकेज होने पर इसका लेवल कम हो सकता है. इसलिए इसे चेक करना बेहद जरूरी है. यदि ब्रेक ऑयल कम होता है तो कार में ब्रेक्स नहीं लगेंगे और ये हादसे का कारण भी बन सकता है.
  • स्टीयरिंग ऑयलः कार के पावर स्टीयरिंग के लिए ऑयल की जरूरत होती है. स्टीयरिंग की मोटर को ये लुब्रिकेसी यानि चिकनाहट देता है साथ ही स्टीयरिंग रैक को भी हल्का रखने में मदद करता है. इस ऑयल के कम होने या खत्‍म होने की स्थिति में कार का स्टीयरिंग हार्ड हो जाएगा और कुछ समय में पावर स्टीयरिंग मोटर और रैक खराब हो जाएगी.
  • गियर ऑयलः गियर बॉक्स में भरे जाने वाले ऑयल को गियर ऑयल कहते हैं. गियर के चक्के इसी ऑयल में डूबे रहते हैं. इसी के चलते आपकी कार में आसानी से बिना आवाज के गियर शिफ्ट हो जाते हैं. यदि ये ऑयल जरा भी कम हो जाए तो गियर चक्कों के साथ ही क्लच प्लेट भी खराब हो सकती हैं.

कितने तरह का होता है पानी

  • डिस्टिल वॉटरः कार में डिस्टिल वॉटर का इस्तेमाल दो जगह होता है. एक इसे कूलेंट के साथ मिक्स कर के कार में डाला जाता है जिससे इंजन को गर्म होने से बचाता है. दूसरा बैटरी में, हालांकि अब आ रही बैटरी में पानी नहीं फिल करना होता है लेकिन पहले के समय में बैटरी का पानी हर चार से पांच दिन में चेक करना होता था.
  • सादा पानीः कार में सादे पानी का इस्तेमाल कार शैंपू के साथ मिलाकर विंडशील्ड वॉशर की बॉटल में किया जाता है. ये कार की विंडशील्ड को साफ करने के काम में आता है.

Tags: Auto News, Car Bike News

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