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इन कारों पर टूट पड़े खरीदार, कंपनी को सप्लाई करने में आ रही ये समस्या, अब खुलकर बताई वजह

मारुति सुजुकी इंडिया देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है.

मारुति सुजुकी इंडिया देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है.

मारुति सुजुकी सेमीकंडक्टर की कमी का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते कंपनी उत्पादन प्रभावित हो रहा है. अकेले अक्टूबर-दि ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

मारुति के लंबित ऑर्डर लगभग 3.63 लाख इकाई पर पहुंच गए हैं.
मारुति सुजुकी इंडिया ने तीसरी तिमाही में 4,65,911 वाहन बेचे हैं.
कंपनी ने इनमें से 4,03,929 वाहन सिर्फ घरेलू बाजार में बेचे हैं.

Maruti Suzuki: दुनिया भर में अब भी सेमीकंडक्टर की समस्या बनी हुई है, जिसके चलते मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) का उत्पादन प्रभावित हो रहा है. कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) अजय सेठ ने यह बात कही है. इस स्थिति से निपटने के लिए वाहन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अब इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की उपलब्ध आपूर्ति से अपने उत्पादन को अधिकतम करने के तरीकों पर काम कर रही है. हालांकि, इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त तीसरी तिमाही में आपूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन देश की सबसे बड़ी कार कंपनी सेमीकंडक्टर की कमी के कारण अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में लगभग 46,000 इकाइयों का उत्पादन नहीं कर सकी है.

सेठ ने कहा, ‘‘इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की कमी हमारी उत्पादन योजना के लिए चुनौती है. कलपुर्जों की कमी अब भी हमारे उत्पादन को प्रभावित कर रही है. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की आपूर्ति की स्थिति अब भी दुरुस्त नहीं हुई है. सेठ ने कहा, ‘‘हमारी सप्लाई चैन, इंजीनियरिंग, उत्पादन और बिक्री टीमें उपलब्ध सेमीकंडक्टर से उत्पादन की मात्रा को अधिकतम करने की दिशा में काम कर रही हैं.’’ मारुति के लंबित ऑर्डर तीसरी तिमाही के अंत में बढ़कर लगभग 3.63 लाख इकाई पर पहुंच गए हैं.

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इस सेगमेंट आगे निकलना चाहती है कंपनी
वर्तमान में कंपनी के मानेसर और गुरुग्राम दोनों प्लांट में सालाना सामूहिक उत्पादन क्षमता 15 लाख इकाई की है. इसके अलावा मारुति की मूल कंपनी सुजुकी के गुजरात प्लांट से कंपनी को 7.5 लाख इकाई का उत्पादन हासिल होता है. सेठ ने कहा कि मारुति सरकार के कच्चे तेल के आयात को कम करने और 2070 तक शून्य उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचने की मंशा के अनुरूप हाइब्रिड, सीएनजी, जैव-सीएनजी, एथनॉल और इलेक्ट्रिक जैसी प्रौद्योगिकियों के दोहन में विश्वास रखती है. उन्होंने कहा कि कंपनी अब दो नए उत्पादों जिम्नी और फ्रोंक्स की शुरुआत के साथ स्पोर्ट्स यूटिलिटी सेगमेंट में आगे निकलने का प्रयास कर रही है.

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सीएनजी की बढ़ती कीमत सबसे बड़ी चिंता
बिक्री में वृद्धि के  बारे में पूछे जाने पर मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी अधिकारी-कॉरपोरेट मामले राहुल भारती ने कहा, ‘‘अब तक मांग अच्छी बनी हुई है. उद्योग के अभी आंकड़े नहीं आए हैं. हमारा लक्ष्य उद्योग से अधिक तेज वृद्धि हासिल करने का है.’’ सीएनजी की बिक्री पर उन्होंने कहा कि कंपनी इसमें पहुंच के स्तर को लेकर संतुष्ट है, लेकिन इस ईंधन की असामान्य रूप से ऊंची कीमत चिंता की वजह हैं. मारुति सुजुकी इंडिया ने तीसरी तिमाही में 4,65,911 वाहन बेचे हैं. इनमें 4,03,929 वाहन घरेलू बाजार में बेचे गए हैं, जबकि 61,982 इकाइयों का निर्यात किया गया है.

Tags: Auto News, Autofocus, Automobile, Maruti Alto 800, Maruti Suzuki, Maruti Suzuki Baleno

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