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टायर से लेकर बैटरी तक, जानें गाडी के वो पार्ट्स जिन्हें किस समय बदलना चाहिए

टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर की सर्विस समय-समय पर कराते रहना चाहिए.

टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर की सर्विस समय-समय पर कराते रहना चाहिए.

टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर की समय-समय पर सर्विस और जरूरी पार्ट्स को बदलता रहना चाहिए. इससे एक तो आपके व्हीकल की लाइफ लंबी ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्ली. ऑटोमोबाइल एक ऐसा अविष्कार है जिसने परिवहन से लेकर माल की आवाजाही तक और बहुत कुछ लोगों की समस्याओं को हल किया है. गाड़ियां आजकल हर आम इंसान की जरूरत का एक हिस्सा सा बन गई हैं, जिसके बिना यात्रा करना बहुत मुश्किल हैं. ऐसे में अपने वाहनों को चालू रखने और लंबे जीवन के लिए, समय पर रखरखाव करना आवश्यक है. कारों में पुर्जों की एक लंबी लिस्ट होती है और जिनमें से कुछ को सामान्य टूट-फूट के कारण नियमित तौर पर बदलने की आवश्यकता होती है. गाड़ियों के कुछ ऐसे हिस्से भी होते हैं, जो गाड़ियों की जिंदगी भर तक चलते हैं. हम आपको ऐसे कंपोनेंट्स की एक लिस्ट बताते हैं जिन्हें नियमित रूप से बदलने की आवश्यकता होती है.

    बैटरी
    बैटरी आपकी कार के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है और इसके बिना आप अपनी कार
    शुरू नहीं कर पाएंगे. सामान्यतया, एक बैटरी लगभग तीन से पांच साल तक चल सकती है, जो अलग अलग हो सकती हैं. कुछ संकेत हैं कि जिसे देख के पता चलता हैं आपकी कार की बैटरी अब ख़त्म या पुरानी हो गई हैं, जैसे कि हेडलाइट्स का धुंधला होना, कार शुरू करने में समस्या और डैशबोर्ड पर बैटरी की कम रोशनी होना. इसे समय रहते आपको बदला लेना चाहिए, जिससे आपकी कार में कोई दिक्कत न आये.

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    टायर्स
    टायर्स कार का एक ऐसा हिस्सा हैं, जो सड़क और कार के कांटेक्ट में रहते हैं. टायर के कई अलग-अलग प्रकार और ड्राइविंग की अलग-अलग आदतें टायर्स को अपने तरीके से ख़राब करती हैं. हालांकि ख़राब टायर का पता लगाने के लिए आप कार के टायर्स को देख कर भी लगा सकते हैं. टायरों पर थ्रेड्स होते हैं और आप यह निर्धारित करने के लिए सिक्के का इस्तेमाल कर सकते हैं कि क्या खांचे काफी गहरे हैं. भले ही टायर नए हों या पुराने, अन्य महत्वपूर्ण कारकों के अलावा, थ्रेड्स की गहराई सबसे अधिक मायने रखती है.

    ब्रेक पैड्स
    चलती हुई कार को ब्रेक पैड्स द्वारा रोका जाता हैं, ये कैलिपर्स में रखे गए टुकड़े हैं जो वास्तव में रोटर पर स्क्वीज़ करते हैं. ब्रेक पैड सरफेस पर घर्षण मटेरियल के साथ स्टील प्लेट से बने होते हैं, जो या तो सिरेमिक या धातु के हो सकते हैं. जब यह मटेरियल खराब हो जाता है तब कार के ब्रेक पैड को बदलना बहुत जरूरी हो जाता हैं, क्योंकि केवल स्टील बैकिंग पर ब्रेक लगाने पर ब्रेक सही से नहीं लगेंगे. ब्रेक पैड के ख़राब होने की कोई समय सीमा नहीं हैं, लेकिन आमतौर पर 25,000 किमी या 2 वर्ष के बाद इन्हें बदलना सही होता हैं.

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    ऑयल और एयर फिल्टर
    एक कार को चलाने के लिए, एक इंजन से पावर ली जाती है (जब तक कि यह एक इलेक्ट्रिक कार न हो). इंजन का काम बहुत ही आसान है, ये एयर को खींचता हैं और फिर इसे फ्यूल के साथ मिला देता हैं. इंजन ये काम कार को धक्का लगाने या चलाने के लिए करता है. हमारे मानव शरीर की तरह, कारों को भी सही तरीके से चलाने के लिए बिना मिलावट और फ़िल्टर की गई एयर की आवश्यकता होती है. एयर के लिए, कार के सामने एक एयर फिल्टर होता हैं और आयल के लिए, इंजन बे के अंदर आयल फ़िल्टर होता है. चूंकि ये फिल्टर अशुद्धियों को छानते हैं, इसलिए वे थोड़ी देर के बाद बंद हो जाते हैं और इसलिए हर सर्विस में, उनके प्रदर्शन की जांच करना आवश्यक हो जाता है.

    Tags: Auto, Auto News, Autofocus, Bike, Car, Scooter

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