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क्या आप जानते हैं F1 कारों में नहीं होते हैं एयरबैग्स, जानिए क्या है इसकी वजह...

F1 कार में 6 प्वाइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल होता है, image- canva

F1 कार में 6 प्वाइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल होता है, image- canva

अधिकतर लोग सामान्य कार को 100 से 200 kmph की रफ्तार से चलाते हैं. वहीं F1 रेस में इसकी रफ्तार 300–400 kmph हो जाती है. ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

फॉर्मूला वन कार की कीमत की शुरुआत लगभग 100 करोड़ रुपए से होती है.
इसमें सामान्य कार की तरह 2 या 3 नहीं बल्कि 6 पॉइंट बेल्ट का इस्तेमाल होता है.
ड्राइवर रेसिंग के दौरान लगभग लेटने की पोजीशन में इसे चलाते हैं.

हमारे देश की सड़कों पर अधिकतर सामान्य कारें देखने को मिलती है. इसकी स्पीड भले ही अधिक हो लेकिन सड़क  को देखते हुए लोग इसे 100 से 200 kmph की रफ्तार के बीच ही चलाते हैं. वहीं दूसरी तरफ कई लग्जरी और स्पोर्ट्स कारें भी उपलब्ध हैं. जिन्हें हाईवे पर खाली सड़क हो तो 200 से अधिक स्पीड तक चलाया जा सकता हैं. युवाओं में स्पीड को लेकर काफी क्रेज रहता है. कार खरीदते समय लुक और डिजाइन के साथ ही फीचर की जांच करने के बाद लोग इसकी रफ्तार जरूर चेक करते हैं. 

फॉर्मूला वन कार की रफ्तार लगभग 300 से 400 kmph के बीच होती है. अधिक रफ्तार होने की वजह से एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है. इसके बावजूद भी इसमें एयर बैग्स नहीं होते हैं.

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करोड़ों में होती है F1 कार की कीमत 

लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कार में एयर बैग्स को अनिवार्य कर दिया है. अब 5 से 6 लाख रुपये की कार में भी आप इसे देख सकते हैं. दुर्घटना होने पर इसकी वजह से लोगों की जाने बच जाती है. फॉर्मूला वन कार की कीमत की शुरुआत लगभग 100 करोड़ रुपये से होती है. रेसिंग के दौरान इसकी स्पीड इतनी ज्यादा होती है कि ड्राइवर कई बार लोगों की आवाज भी नहीं सुन पाते हैं. इसके बावजूद भी इसमें एयर बैग्स का इस्तेमाल नहीं होता है.

इस वजह से फॉर्मूला वन कार में नहीं होते एयरबैग्स

जिस समय फार्मूला वन कार ड्राइव करते हैं उस समय ड्राइवर लगभग सोने की पोजीशन में इसमें बैठते हैं. इसके अलावा सिर में हेलमेट लगाने के साथ ही कंधे पर सुरक्षा के लिए एक बेल्ट का इस्तेमाल किया जाता है. सामान्य कार में 2 या 3 प्वाइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल होता है. लेकिन इसमें 5 से 6 प्वाइंट की सीट बेल्ट लगाते हैं. इसी की वजह से कार चलाने वाला व्यक्ति पूरी तरह से सीट से चिपका रहता है. अगर किसी वजह से दुर्घटना होती भी है तो ड्राइवर आगे की तरफ बोनट या स्टीयरिंग में नहीं टकरा सकता.

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क्या होता है 6 प्वाइंट सीट बेल्ट 

पुराने समय में कार में केवल 2 प्वाइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल होता था. ये ड्राइवर को सीट से बांधकर रखने के लिए काफी नहीं होता है. आज के समय में जितनी भी गाड़ियां आती है उसमें 3 प्वाइंट सीट बेल्ट का इस्तेमाल होता है. अगर आसान शब्दों में कहें तो जहां से भी सीट बेल्ट गाड़ी से अटैच या बंधी होती है उसे प्वाइंट कहते हैं. इसी तरह अगर किसी गाड़ी में 6 प्वाइंट सीट बेल्ट लगी है इसका मतलब यह है कि यह बेल्ट 6 जगह से गाड़ी से बंधी हुई है.

Tags: Car Bike News, Car Review, F1

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