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भोजपुरी में पढ़ें – बुधादित्य योग के का असर होई

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जब बुधादित्य योग बनेला त जातक के आगा बढ़े के नया रास्ता खुलेला, आय के नया स्रोत बनेला आ सुख- समृद्धि के अनुभव होला, जीव ...अधिक पढ़ें

फरवरी 2023 में सूर्य, शुक्र आ बुध के गोचर हो रहल बा. सात फरवरी के बुध मकर राशि में ढुकते बुधादित्‍य योग बन जाई. ओने 13 फरवरी के बाद कुंभ राशि में शनि आ सूर्य के जुटान होई. काहें से कि सूर्य महाराज कुंभ राशि में तेरहे फरवरी के ढुकिहें. शुक्र ग्रह 15 फरवरी के कुंभ राशि से निकलि के मीन राशि में चलि जइहें. मीन राशि में पहिलहीं से वृहस्पति महाराज बइठल बाड़े. ओह घरी शुक्र आ वृहस्पति के एकही घर में जुटान होई.

वैदिक ज्योतिष के हिसाब से जब सूर्य ग्रह कुंभ राशि में प्रवेश करिहें त शनि ग्रह एक महीना ले अस्त रहिहें. त शनि के प्रभाव के जातक पर विपरीत प्रभाव परी. एइजा एगो बात बा. कुंभ शनि के घर ह. त शनि अपना घर में बलवान रहेले. बाकिर शनि के शत्रु हउवन. त सूर्य नियर ग्रह के घर में रहला से शनि के प्रभाव कम होखे के वैदिक भविष्यवाणी एइजा तर्क संगत लागता. बाकिर सूर्य आ शनि के बीच तनाव से कुंभ राशि के लोगन के भा मेष, सिंह आ वृश्चिक राशि के लोगन के एक महीना ले ओतना लाभ ना मिली जतना मिले के चाहीं. वैदिक ज्योतिष के मुताबिक शनि के मित्र ग्रह ह लोग बुध आ शुक्र. शत्रु के ह? शनि के शत्रु ह लोग- सूर्य,चंद्रमा आ मंगल. गुरू माने वृहस्पति के कहल जाला कि ऊ शनि खातिर सम भाव राखेले. त सूर्य ग्रह जब कुंभ राशि में जइहें त शनि के दिक्कत होखे के बात एही से कहल बा. शनि के शांत करे खातिर सात मुखी रुद्राक्ष पहिरे के सलाह दीहल जाला. अइसन रुद्राक्ष बहुत आसानी से ना मिले बाकिर जेकरा मिलेला ओकरा बड़ा लाभ होला. चौदह मार्च के बाद सूर्य मीन राशि में ढुकि जइहें तब शनि ग्रह के उदय हो जाई.
एने मीन राशि शुक्र ग्रह के उच्च राशि ह. त मीन आ सप्तम दृष्टि के कारन कन्या के लाभ के आसार बा. एकरा अलावा वृष, सिंह, वृश्चिक, कुंभ, मेष, कर्क आ मकर राशि के जातक के भी लाभ हो सकेला. त जदि तनी पीछे मुड़ि के देखल जाउ त सात फरवरी के बुध ग्रह मकर राशि में जातारे आ ओइजा 20 दिन रहला के बाद कुंभ में ढुकि जइहें.

अलग अलग राशि प असर
अब रउरा मन में उठत होई कि एह गोचर से मेष से लेके मीन तक के बारह गो राशि वाला जातक पर का आ कइसे प्रभाव परी? त मेष से लेके मीन तक के राशि के लोगन के मिश्रित फल मिली काहें से कि एक ओर शनि- सूर्य युति होता त दोसरा ओर शुक्र मीन राशि में जाके मालव्य योग बनावतारे. त लाभ आ तनाव, खुशी आ दिक्कत दूनो प्रकार अनुभव से गुजरे के परी. कुल राशियन के लोगन पर ई लागू होता. काहें से कि एबेरी फरवरी में गोचर अइसन बनता कि कुछ अच्छा अनुभव होई त कुछ खराब अनुभव से भी गुजरे के परी.

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कुल राशि के लोगन में तनी बेहतर तुला राशि के लोग रहि सकेले. काहें से कि ओह लोगन के कैरियर में विकास आ भौतिक सुख- साधन में बढ़ोतरी के अवसर मिल सकेला. अब रउरा मन में सवाल उठत होई कि मकर राशि में बुधादित्य योग के वर्णन कइनी हं त ओकर का असर परी? जब बुधादित्य योग बनेला त जातक के आगा बढ़े के नया रास्ता खुलेला, आय के नया स्रोत बनेला आ सुख- समृद्धि के अनुभव होला, जीवन साथी से प्रेम बढ़ेला आ पारिवारिक जीवन में सुख शांति मिलेला. युवा लोग बियाह तय कर अच्छा जीवन साथी पा सकते हैं. नया साल 2023 में बियाह में ज्यादा मनोनुकूल जीवनसाथी मिले के योग बा.

अब रउरा मन में आवत होई कि मीन राशि में वृहस्पति आ शुक्र के योग (जुटान) से का होई? त शुक्र आ वृहस्पति के योग के कई गो ज्योतिष के विद्वान बहुत अच्छा ना मानेला लोग. काहें से कि वृहस्पति विस्तार के ग्रह हउवन उनका के गुरु के पद दीहल बा. एने शुक्र फैशन आ चमक- दमक आ आकर्षक व्यक्तित्व देबे वाला ग्रह ह. बाकिर कुछ ज्योतिषी लोग मानेला कि जब शुक्र आ वृहस्पति के योग होला त ओह राशि वाला लोगन के व्यक्तित्व में चुंबकीय आकर्षण आ जाला. ओह लोगन के गणना के अनुसार वृहस्पति के विस्तार आ प्रभाव शुक्र में भी आ जाला. बाकिर एह मान्यता के माने वाला लोगन के संख्या कम बा. पुरान ज्योतिषी लोग कहि गइल बा कि शुक्र आ वृहस्पति के युति के लाभ तबे मिली जब वृहस्पति बलवान रहिहें. कौन खराब ग्रह के उनका पर दृष्टि ना परी तब जाके वृहस्पति बहुत अच्छा फल दे सकेले.

कुछ ज्योतिषी लोगन के बिचार बा कि 18 फरवरी के नेप्चून मीन राशि में प्रवेश करिहें त ओइजा उनकर भेंट शुक्र आ वृहस्पति से होई. नेप्चून ग्रह के दार्शनिक ग्रह भी कहल जाला. त मीन राशि के कुछ लोगन में आध्यात्मिक आ दार्शनिक भाव जाग सकेला. ओह लोगन के रुचि अध्यात्म में बढ़ि सकेला. कुछ लोगन के भीतर ध्यान धारणा के प्रवृत्ति जाग सकेला.

( डिसक्लेमर – ये लेखक के निजी विचार हैं.)

Tags: Astrology, Bhojpuri article

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