अररिया के रानीगंज ब्लॉक के मधुलता गांव में 4 दिनों के भीतर मां-बाप को खोने वाली सोनी ने जब खुद के गड्ढा खोदकर अपनी मां को दफनाया था तो उनकी तस्वीर वायरल हुई थी. उस वक्त समाज के लोग सामने नहीं आए. सोनी को अकेले ही अपने मां-पिता को दफनाना पड़ा. इस मामले में अब समाज का दोहरा रवैया सामने आया. सोनी ने जब अपने मां-बाप का श्राद्धकर्म का भोज किया तो वही सगे-संबंधी और समाज के लोग भोज खाने पहुंचे. सोनी ने बताया कि 25 से 30 लोग भोज में जुटे थे.
सोनी ने अकेले PPE किट पहनकर अपनी मां को दफनाया था. उस वक्त समाज के कोई सामने नहीं आया था. हालांकि, जब श्राद्धकर्म का भोज किया, तो रिश्तेदार घर की दहलीज लांघ सोनी के घर पहुंचे.
सोनी के पिता बीरेंद्र मेहता की मौत कोरोना से पुर्णिया में हो गयी थी. फिर उसकी मां प्रियंका देवी की भी मौत कोविड से हो गई. मां बाप के इलाज कें क्रम में जमीन गिरवी हो गई. मवेशी तक बिक गए लेकिन सगे संबंधी सामने नहीं आए. अंतिम में सोनी ने PPE किट पहनकर अपनी मां को खुद दफनाया. अब श्राद्धकर्म के दिन 30 से 35 लोग भोज खाने पहुंचे. विशनपुर पंचायत के मुखिया सरोज मेहता ने बताया कि मां की मौत का मुआवजा तो मिल गया लेकिन पिता की मौत का सर्टिफिकेट नहीं मिला है, वह भी जल्द ही मिल जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : May 26, 2021, 19:33 IST