आर्म्स एक्ट में बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद से ही वो भूमिगत हो गई हैं. दूसरी ओऱ पुलिस वाले उनकी तलाश में जुट गए हैं. मंजू वर्मा का ठिकाना पता करने के लिए बुधवार को बेगूसराय पुलिस ने मंजू वर्मा के बॉडीगार्ड से तीन घंटे तक गहन पूछताछ की.
न्यूज18 को मिली जानकारी के मुताबिक चेरिया बरियारपुर थाने के एसएचओ ने बॉडीगार्ड महेश रजक से मंजू वर्मा के बारे में पूछताछ की. इससे पहले मंगलवार को पटना हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी. इसके बाद से ही मंजू और पति फरार हैं जबिक सरकारी बॉडीगार्ड उनके घर पर तैनात हैं.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेपकांड में अपने पति चंद्रशेखर वर्मा ऊर्फ चंदेश्वर वर्मा का नाम आने के बाद मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद 17 अगस्त को रेपकांड की जांच के सिलसिले में सीबीआई ने वर्मा के बेगूसराय स्थित घर पर छापा मारा.
इस दौरान उनके घर से 50 कारतूस मिले थे. इन 50 कारतूसों में 19 सशस्त्र बलों के एसएलआर राइफल में उपयोग होने वाले कारतूस हैं, जिनकी बिक्री पूरे देश में अवैध है. ग़ैर सरकारी कार्यों के लिए इनका भंडारण भी अवैध है. मंजू वर्मा या उसके पति चंद्रशेखर वर्मा कारतूस के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे.
इसके बाद बेगूसराय पुलिस ने उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया और बेगूसराय की स्थानीय अदालत ने अग्रिम जमानत याजिका भी खारिज कर दी.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह उत्पीड़न कांड के बाद सुर्खियों में आई बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा को पटना हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. हाईकोर्ट ने पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है.
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FIRST PUBLISHED : October 10, 2018, 19:47 IST