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Success Story: दो युवाओं ने लोन लेकर लगाया मशाला उद्योग, 30 लोगों को दे रहे हैं रोजगार, लाखों हो रही कमाई

केशव भारद्वाज ने बताया कि मार्च 2022 से मसाला उद्योग चला रहे हैं. शुरुआत में तो थोड़ी परेशानी हुई. एक बार उद्योग समझ मे ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट-नीरज कुमार

बेगूसराय. बिहार के बेगूसराय जिले में उद्योग विभाग युवाओं को खुद का रोजगार खड़ा करने के लिए लगातार प्रेरित करने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक मदद मुहैया करा रहा है. जिससे यहां के युवाओं को काफी लाभ भी मिल रहा है. बेगूसराय के ऐसे हीं दो युवाओं ने मिलकर मसाला उद्योग खड़ा कर न सिर्फ मुनाफा कमा रहे हैं, बल्कि बेरोजगारों को रोजगार भी दे रहे हैं. दोनों युवा कुछ कर गुजरने वालों के लिए नजीर पेश कर रहे हैं. उनका कहना है कि सरकारी नौकरी के पीछे भागने के बजाय स्वरोजगार से भी धन कमाया जा सकता है.
25 लाख लोन लेकर खड़ा किया मसाला उद्योग

जिले के मटिहानी प्रखंड के लावा गांव के रहने वाले केशव भारद्वाज और सदर प्रखंड के पचम्बा गांव के रहने वाले 23 साल के अमित कुमार ने बताया कि लगातार बेरोजगारी का दंश झेलने के बाद मसाला उद्योग लगाने का आईडिया मिला. इसके लिए उद्योग विभाग से संपर्क स्थापित किया गया. जहां मसाला तैयार करने के तरीकों से अवगत कराया गया. जिसके बाद एक प्राइवेट बैंक से 25 लाख का लोन लेकर मशाला उद्योग की शुरुआत की. वर्तमान में महीने में 1 लाख से अधिक का मुनाफा कमा रहे हैं.

पिछले साल मार्च में शुरू किया मसाले का कारोबार

केशव भारद्वाज ने बताया कि मार्च 2022 से मसाला उद्योग चला रहे हैं. शुरुआत में तो थोड़ी परेशानी हुई. एक बार उद्योग समझ में आ जाने के बाद फिर इसमें कोई परेशानी नहीं हुई और इस उद्योग से अच्छी खासी आमदनी हो रही है. मसाले का व्यापार आत्मनिर्भर बनाने में काफी मददगार साबित हुआ. केशव भारद्वाज ने बताया कि महीने में लगभग 8 लाख का मशाला बिक जा रहा है. बेगूसराय सहित आस-पास के जिलों में भी मसाला तैयार कर पैकेजिंग के बाद भेजा जाता है. वहीं 30 मजदूर रोजाना काम कर रहे हैं. इन मजदूरों से महीने में 25 दिन हीं काम लिया जाता है.

25 दिन काम के लिए मिलती है अच्छी सैलरी

मजदूर राजेश कुमार ने बताया लगभग 30 साथी काम कर रहे हैं. इन सभी साथियों को 25 दिन जहां रोजगार मिलता है, वहीं 10 हजार तक सैलरी भी मिलती है. हालांकि यहां काम के हिसाब से मजदूरों को वेतन दिया जाता है. वहीं अन्य स्थानों पर दैनिक कामों में 300 रुपए मिलने के बावजूद रोजाना काम नहीं मिलता है. वही यहां सैलेरी मिलने के साथ ही रोजाना काम भी मिलता है. यहां वर्तमान में महीने का 7 से 8 लाख तक की सेल भी हो रही है. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि उद्योग से जुड़कर बेगूसराय के युवा आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए आगे आ रहे हैं.

Tags: Begusarai news, Bihar News

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