होम /न्यूज /बिहार /Maharshi Mehi Das: भागलपुर में गुरू निवास का 10 फरवरी को होगा उद्घाटन, कुप्पा घाट में प्रवेश पर रहेगा प्रतिबंध

Maharshi Mehi Das: भागलपुर में गुरू निवास का 10 फरवरी को होगा उद्घाटन, कुप्पा घाट में प्रवेश पर रहेगा प्रतिबंध

आश्रम में नवनिर्मित भवन व गुरु महाराज का मूल भवन जिसमें गुरु महाराज रहते थे. उसको संरक्षित कर भवन को नया स्वरूप दिया जा ...अधिक पढ़ें

    रिपोर्ट-शिवम सिंह

    भागलपुर. महर्षि मेही आश्रम कुप्पाघाट परिसर में बन रहे गुरू निवास भवन का उद्घाटन 10 फरवरी को होगा. इसको लेकर आश्रम परिसर को रंग-रोगन के साथ रंग-बिरंगे लाइटों से सजाया जा रहा है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत व योग गुरू बाबा रामदेव भागलपुर आकर गुरू निवास का उद्घाटन करंगे.

    आश्रम में नवनिर्मित भवन व गुरु महाराज का मूल भवन जिसमें गुरु महाराज रहते थे. उसको संरक्षित कर भवन को नया स्वरूप दिया जा रहा है. ताकि महर्षि मेही गुरु महाराज का दर्शन करने आए संत प्रेमी सही तरीके से देख सकें.

    महासभा के महामंत्री दिव्य प्रकाश बताया कि कार्यक्रम को लेकर हम लोग हर दिन मीटिंग कर रहे हैं. इस अवसर पर आश्रम में सुरक्षा खाना, सजावट और संत प्रमियों को रहने की व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया जा रहा हैं. बताया कि भवन उद्घाटन के बाद मुख्य अतिथि समाधि स्थल के साथ प्राचीन गुफा जिसमें महर्षि मेंही परमहंस ने अपने जीवन के 10 साल गुफा में रहकर बिताए थे, उस गुफा का भी भ्रमण करेंगे.

    सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक प्रवेश निषेध

    महासभा के मंत्री मनु भास्कर ने बताया कि 10 फरवरी को आश्रम में आम लोगों के लिए सुबह 9 से लेकर दोपहर 2 बजे तक प्रवेश निषेध रहेगा. कार्यक्रम संयोजन पंकज दास ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोरों पर है. बताया कि आश्रम में आने दोनों गेट के मुख्य सड़क पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. जिसको हटाने के लिए प्रशासन को दो बार छिट्टी लिखने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं किया जा रहा है.अगर अतिक्रमण नही हटाया जाएगा तो संत कार्यक्रम में आने वाले संत प्रेमियों को दिक्कत होगी.

    कुप्पा गुफा का इतिहास

    कार्यक्रम संयोजक पंकज दास ने बताया कि गुरु महर्षि मेही ने अथक परिश्रम कर गुफा के अंदर मार्च 1933 से नवंबर 1934 तक कठिन तपस्या की. इस गुफा के बारे में माना जाता है कि इसका उपयोग महर्षि मेंही परमहंस ने ध्यान के लिए किया था. इसके बाद कुप्पाघाट महर्षि मेही आश्रम के रूप में परिवर्तित हो गया. महर्षि मेंही की जयंती और गुरु पूर्णिमा पर आश्रम में संत प्रमियों का काफी भीड़ लगती है.

    Tags: Bhagalpur news, Bihar News in hindi

    टॉप स्टोरीज
    अधिक पढ़ें