रिपोर्ट: गुलशन सिंह
बक्सर.आज के दौर में जहां एक फीट जमीन के लिए मारपीट तक की नौबत आ जाती है, तो वहीं इस आर्थिक युग में बक्सर जिला में चंदा पंचायत के मुखिया अजय कुमार गिरी ने पंचायत सरकार भवन के लिए 18 कठ्ठा निजी जमीन दान देकर मिशाल पेश की है. इस जमीन का बाजार मूल्य 40 लाख से अधिक आंका गया है. अंचल से जमीन का मामला अनुमंडल तक पहुंच गया है. मुखिया की इस पहल का प्रशासन से लेकर आम लोग भी सराहना कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यदि ऐसी सोच हर मुखिया रखे तो पंचायतों का चहुंमुखी विकास हो सकता है.
चक्की प्रखंड में कुल चार पंचायत है. जिसमें चंदा, अरक, चक्की और जवही दियर शामिल है. सरकार ने पंचायत भवन निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराया था, लेकिन किसी पंचायत में पंचायत सरकार भवन नहीं बन सका. चक्की के सीओ कौशल कुमार कहते है कि पंचायतों में सरकारी जमीन उपलब्ध नहीं है. जिसके कारण पंचायत सरकार भवन के निर्माण का मामला अधर में लटका हुआ है. पंचायत सरकार भवनों के निर्माण के पीछे सरकार की मंशा एक छत के नीचे पंचायत की जनता को हर सुविधा उपलब्ध कराना है. पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए 52 डिसमिल जमीन की जरूरत होती है. 1 करोड़ 30 लाख की लागत से भवन का निर्माण होता है.
पिता के सपने को साकार करने के लिए कीमती जमीन किया दान
मुखिया अजय कुमार गिरी ने बताया कि उनके पिता स्व. सुग्रीव गिरी चंदा को एक विकसित पंचायत के रूप में देखना चाहते थे. पिता के सपने को साकार करने के लिए इस जमीन को दान दिया. अंचल में पंचायत सरकार भवन वाला पहला पंचायत चंदा को बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि भवन के अभाव में आम सभा से लेकर अन्य कार्यक्रमों का आयोजन नोख बाबा मंदिर परिसर में होता है. मुखिया ने बताया कि यह स्थिति उनको खल रही थी. पंचायत सरकार भवन और कचरा प्रबंधन के लिए उन्होंने अपनी रैयती जमीन दान देने की पहल की है. मुखिया ने पंचायत सरकार भवन के लिए अठारह कठ्ठा और कचरा प्रबंधन के लिए अलग से डेढ़ कठ्ठा जमीन दान दी है. उनकी सोच है कि सरकार की योजनाओं के लिए आवंटित राशि का सदुपयोग ग्राम पंचायत चंदा के विकास पर खर्च हो.
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