होम /न्यूज /बिहार /Buxer News: कैद में भगवान, भक्त हैं परेशान, छुड़ाने के लिए कमिटी गठित, जानें मामला

Buxer News: कैद में भगवान, भक्त हैं परेशान, छुड़ाने के लिए कमिटी गठित, जानें मामला

Buxar Crime News: 21 जनवरी को श्रीराम-जानकी मठ से चुराई गईं अष्टधातु की प्राचीन मूर्तियां प्राप्त करने के लिए ग्रामीणों ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट : गुलशन सिंह

बक्सर. जिले के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के बड़का ढकाइच गांव में लगभग 300 वर्ष पुराना श्रीराम जानकी मठ है. इस मठ में स्थापित अष्टधातु की 8 कीमती मूर्तियों की चोरी अज्ञात चोरों ने 21 जनवरी की रात कर ली थी. कोईलवर (भोजपुर) से इन मूर्तियों के बरामद होने के बाद स्थानीय ग्रामीण उन्हें मंदिर में फिर से स्थापित करने की तैयारियों में जुट गए हैं.

पुलिस अभिरक्षा से मूर्तियों को मुक्त कराने के लिए ग्रामीणों ने पिछले दिनों मंदिर परिसर में एक समूहिक बैठक की, जिसमें 13 सदस्यीय कमेटी का गठन हुआ. चयनित कमेटी बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद से अनुमोदन मिलने के बाद चोरी की गई मूर्तियों को मुक्त कराने के लिए न्यायालय में अर्जी दाखिल करने की तैयारी कर रही है.

थाने से मंदिर तक लाए जाएंगे भगवान

बता दें कि अष्टधातु की चोरी हुई प्राचीन मूर्तियां प्राप्त करने के लिए ग्रामीणों को कानूनी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा. इसके लिए गठित नई कमेटी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी, तब जाकर मूर्तियां वापस मिलेंगी. प्रशासनिक निर्देश पर श्रीराम जानकी मठ में नई कमेटी के गठन के लिए एक बैठक की गई. इसमें पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अजीत पाल को अध्यक्ष, कन्हैया दुबे को सचिव व प्रमोद दुबे को कोषाध्यक्ष के साथ मंदिर के पुजारी अभिनंद पांडेय, सच्चितानंद दुबे, पंकज दुबे, विंध्याचल द्विवेदी, सुधीर दुबे, छप्पन गोंड, अक्षय दुबे, अनिष दुबे, अंगद धोबी व शंकर प्रधान को समिति का सदस्य मनोनीत किया गया है.

नेपाल के महाराजा का गिफ्ट

ग्रामीण शिवजी दुबे ने बताया कि 1721 में इस मठ की स्थापना रामदौर दास जी ने की थी. इसमें स्थापित अष्टधातु की सभी मूर्तियां नेपाल के तत्कालीन महाराजा ने दी थीं. तब से लेकर आज तक इस मंदिर में श्री राम-जानकी और हनुमान समेत कई देवी-देवताओं की नियमित पूजा ग्रामीण करते आ रहे हैं. ग्रामीण बताते हैं कि इस तरह की मूर्तियां बिहार के किसी मंदिर में नहीं हैं. प्रत्येक मूर्ति की कीमत 28 से लेकर 68 करोड़ तक प्रशासन ने आंकी हैं.

चोरी के दौरान पुजारी की हत्या

ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी 2011 में मूर्तियों की चोरी की गई थी. तब मठ के पुजारी की हत्या तक कर दी गई थी. उस समय में भी भोजपुर जिला के कोईलवर से इन मूर्तियों को बरामद किया गया था. उसके बाद मठ की सुरक्षा में पुलिस के जवान नियुक्त किए गए थे, लेकिन पिछले साल मठ से सुरक्षा व्यवस्था हटा ली गई. जिसका नतीजा यह हुआ कि 21 जनवरी की रात दोबारा चोरी की वारदात हो गई. हालांकि घटना के अगले दिन प्रशासन ने मूर्तियां बरामद कर लीं, जो फिलहाल थाने में रखी गई हैं.

Tags: Bihar News, Buxar news, Indian idol

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें