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Buxer News : श्मशान घाट तक जाने के लिए रास्ते का हो रहा निर्माण, 17.81 लागत की गई स्वीकृत

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17.81 लाख से चौसा में श्मसान घाट तक जाने के लिए बनवाई है सड़क 

15वीं वित्त आयोग के मद से 17.81 लाख की राशि खर्च कर श्मशान घाट तक रास्ते का निर्माण कार्य शुरू किया गया है. इससे लोगों ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: गुलशन सिंह

बक्सर. जिले के चौसा स्थित महादेव श्मशान घाट तक जाने के लिए रास्ते का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. बक्सर-कोचस स्टेट हाइवे से श्मशान घाट तक सड़क निर्माण की मांग लंबे अरसे से की जा रही थी. साल 2022 में समाजसेवी डॉ. मनोज कुमार यादव ने इस मसले को डीएम के जनता दरबार में मजबूती से रखा था.

इसके बाद डीएम ने इस पर गम्भीरता दिखाते हुए जनता दरबार में ही सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा को इसका हल निकालने का निर्देश दिया था. इसके बाद ग्रामीणों की मौजूदगी में एसडीएम सदर ने चौसा के सीओ व अन्य अधिकारियों के साथ श्मशान घाट का मुआयना कर रैयती जमीन मालिकों से रास्ते के लिए जमीन दान की अपील की. वहीं इस रास्ते के निर्माण में सबसे अधिक जमीन स्व. महेश तिवारी के परिवार से दान में मिली. उस दौरान सदर एसडीएम ने इस रास्ते का नाम स्व. महेश तिवारी के नाम पर रखने की बात कही थी.

17.81 लाख की लागत से बन रही है सड़क

आम सहमति के बाद रास्ता निर्माण के लिए 8 दिसंबर 2022 को डीएम अमन समीर के द्वारा शिलान्यास किया गया था. इस मौके पर उस समय सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा,अपर समाहर्ता प्रीतेश्वर प्रसाद, डीडीसी डॉ. महेन्द्र पाल, जिप सदस्य पूजा कुमारी, डॉ. मनोज कुमार यादव, मुखिया पूनम ओझा, रोहित ओझा सहित जमीन दाता स्व. महेश तिवारी के परिजन इसके साक्षी बनें थे. अब 15वीं वित्त आयोग 2022-23 के मद से 17 लाख 81 हजार 400 रुपए की राशि खर्च कर श्मशान घाट तक रास्ते का निर्माण कार्य शुरू किया गया है. इससे लोगों में भी खुशी का माहौल बना हुआ है.

विद्युत शवदाह गृह बनाने का चल रहा है प्रयास

श्मशान घाट के पंडित चन्द्रदेव पांडेय ने बताया कि यहां शव की अंत्येष्टि के लिए रोहतास, कैमूर जिला के अलावा राजपुर, चौसा, कोचस आदि जगहों से बड़ी संख्या में लोग आते है. लेकिन रास्ता नहीं रहने से कीचड़ का सामना करना पड़ता था. लोगों को घाट तक पहुंचने में काफी दिक्कतें होती थी. लेकिन अब रास्ता बनने से लोगों की परेशानी दूर होती नजर आ रही है.

उन्होंने बताया कि घाट पर लाइट व पेयजल की व्यवस्था पहले से बेहतर है. यहां आने वाले लोगों के लिए शेड की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि जब एसडीएम यहां मुआयना करने आये थे तो उन्होंने कहा था कि इस घाट पर विद्युत शवदाह गृह बनवाने का प्रयास जिला प्रशासन का चल रहा है.

Tags: Bihar News, Buxar news

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