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Buxar: पागल बंदर के आतंक से दहशत में ग्रामीण, 30 से अधिक लोगों को काट कर किया घायल

गांव में घुस आये एक बंदर पागल ने बीते दो दिन में कई लोगों को काट कर जख्मी कर दिया है. ग्रामीण बताते हैं कि एक पखवाड़े स ...अधिक पढ़ें

    गुलशन सिंह

    बक्सर. बिहार के बक्सर जिला के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के बड़का ढकाइच में इन दिनों पागल बंदर का आतंक है. बंदर के आमजन को निशाना बनाने से ग्रामीण भयभीत हैं. मिली जानकारी के मुताबिक गांव में घुस आये एक बंदर पागल ने बीते दो दिन में कई लोगों को काट कर जख्मी कर दिया है. ग्रामीण बताते हैं कि एक पखवाड़े से बंदरों का एक झुंड गांव में घुस आया है. झुंड बनाकर सात से आठ की संख्या में घूम रहे बंदरों में एक कटखने बंदर ने अभी तक 30-35 लोगों को काट कर घायल कर दिया है.

    स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी है, लेकिन अभी तक कोई रेस्क्यू टीम नहीं भेजी गयी है. कटखने बंदर का खौफ इतना अधिक है कि बच्चे, महिला व बुजुर्गों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. लोगों ने बताया कि दहशत के कारण ठंड में धूप सेकने के लिए लोग अपने छतों तक पर नहीं जा रहे हैं.

    बंदर के काटने से छात्रा को लगाना पड़ा 27 टांके

    गांव की 17 वर्षीय लड़की प्रतिमा कुमारी के पैर में बंदर ने काटकर उसे जख्मी कर दिया है. मंकी अटैक के कारण प्रतिमा चलने-फिरने में असमर्थ है. प्रतिमा की मां शोभा देवी ने बताया कि उनकी बेटी को इलाज के दौरान 27 टांके लगवाने पड़े हैं, लेकिन फिर भी वो दर्द से कराह रही है.

    यह हाल अकेली प्रतिमा की नहीं है, बल्कि गांव के अन्य कई लोगों को भी बंदर अपना निशाना बना चुका है. स्थानीय पंकज दुबे ने बताया कि लोगों को काट खाने के अलावा, बंदर फसलों और पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचा रहा है. इस भय से बच्चे स्कूल जाने और बाहर खेलने के लिए निकलने में कतराने लगे हैं. वहीं, महिलाओं ने भी घरेलू कामकाज के लिए छत पर जाना बंद कर दिया है.

    SDM ने बंदरों का जल्द रेस्क्यू का दिया आश्वासन

    बंदरों के रेस्क्यू के लिए वन विभाग के डीएफओ से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो सका. बाद में इसकी सूचना डुमरांव अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज को दी गई. एसडीएम ने इस पर त्वरित करवाई का आश्वासन दिया है.

    ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने बक्सर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को भी इसकी सूचना दी है. ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द रेस्क्यू टीम को भेजकर उन्हें मंकी टेरर से छुटकारा दिलाया जाये. डरे-सहमे और परेशान ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए पहरेदारी करने को मजबूर हैं.

    Tags: Bihar News in hindi, Buxar news, Forest department, Monkeys problem

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