नकुल कुमार
पूर्वी चंपारण. मोतिहारी के फुटबॉल खिलाड़ी मो. रेहान को फीफा द्वारा भूटान प्रीमियर लीग में खेलने के लिए क्लीयरेंस मिल गया है. रेहान योजना विकास विभाग मोतिहारी में कार्यरत जेई मो. कासिम अंसारी एवं शबाना आजमी के पुत्र हैं. रेहान को भूटान प्रीमियर लीग में खेलने का क्लीयरेंस 23 मार्च को मिला है. इसके साथ ही वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रीमियर लीग में खेलने जाने वाले जिले के पहले खिलाड़ी बन गए हैं. वे अभी थिंपू रावेन फुटबॉल क्लब से खेलते हैं. रेहान ने मोतिहारी के जिलाधिकारी से गांधी मैदान में गोल पोस्ट बनवाने की मांग की.
क्रिकेटर बनना चाहते थे रेहान
रेहान ने बताया कि शुरू-शुरू में वे क्रिकेटर बनना चाहते थे. क्रिकेट उनका पहला प्यार था, लेकिन परिस्थिति को कुछ और ही मंजूर था. रेहान बताते हैं कि वह प्रतिदिन मोतिहारी के गांधी मैदान में खेलने के लिए जाया करते थे. इस दौरान वे अन्य बच्चों को फुटबॉल खेलते हुए देखते थे. इसी दौरान एक दिन वर्तमान कोच भानु प्रकाश ने शाम में उन्हें बुलाया और फुटबॉल खेलने के लिए प्रेरित किया. वे कहते हैं कि वर्ष 2016 में पदस्थापित पूर्वी चम्पारण के एसपी जितेंद्र राणा ने उन्हें फुटबॉल खेलते देखा और कहा कि बेटा तुम फुटबॉल खेला मत छोड़ना. इसके बाद उनके साथ फुटबॉल खेलने का भी मौका मिला. उनके मोटिवेशन के कारण फुटबॉल के प्रति इंटरेस्ट बढ़ता ही चला गया.
7 साल तक ट्रायल देते रहे रेहान
रेहान कहते हैं कि वर्ष 2012 से 2019 तक किस्मत लुका-छुपी का खेल खेलती रही. इस दौरान उन्होंने कई फुटबॉल क्लब के लिए ट्रायल दिया, लेकिन सफलता नहीं मिली. वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश में स्पोटिंग सॉकर क्लब के लिए ट्रायल दिया, लेकिन वहां भी चयन नहीं हुआ. वर्ष 2019 में पठानकोट में भी ट्रायल सफल नहीं हुआ. इस बीच वर्ष 2019 में बिहार अंडर-19 में खेलने का मौका मिला. यहीं से किस्मत का ताला खुल गया.
अगस्त 2021 में कोलकाता में हीरो आई लीग सेकंड डिविजन में यहां के मदन महाराज फुटबॉल क्लब के लिए चयन हो गया. हालांकि अक्टूबर 2021 में ही बेंगलुरु में हीरो आई लीग सेकंड डिविजन क्वालीफायर मैच से एक दिन पहले ही प्रैक्टिस के दौरान चोट के कारण उस मैच में डेब्यू नहीं कर पाए.
तीन राउंड में हुआ भूटान प्रीमियर लीग के लिए ट्रॉयल
वे बताते हैं कि इसी साल 15 से 20 फरवरी के बीच भूटान प्रीमियर लीग के लिए कोलकाता में ट्रायल हुआ था. रेहान इसमें भी शामिल हुए. इस दौरान तीन राउंड में ट्रायल के बाद उनका सिलेक्शन भूटान प्रीमियर लीग के लिए हुआ. इसके बाद 23 मार्च को फुटबॉल की अंतरराष्ट्रीय संस्था फीफा द्वारा उन्हें भूटान प्रीमियर लीग में खेलने के लिए क्लीयरेंस दे दिया गया.
रेहान के पिता मो. कासिम अंसारी कहते हैं कि मैंने अपने बच्चों को कभी भी किसी काम को करने के लिए प्रेशर नहीं दिया. मां शबाना आजमी कहती है कि अब बेटा की तमन्ना पूरी होगी. कोच भानु प्रकाश बताते हैं कि अन्य बच्चे भी रेहान की सफलता को देखकर प्रैक्टिस करेंगे एवं आगे बढ़ेंगे.
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