डीएम-एसएसपी ऑफिस समेत इन सरकारी भवनों पर करोड़ों का टैक्स बकाया, गया नगर निगम उठा सकता है नीलामी जैसा सख्त कदम

गया नगर निगम टैक्स वसूली के लिए सरकारी भवनों के खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है.
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पर 1 करोड़, गया कॉलेज पर 1 करोड़, अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज पर 1 करोड़, एसएसपी कार्यालय पर 86 लाख, जिलाधिकारी कार्यालय पर 28 लाख का टैक्स (Tax) बकाया है.
- News18 Bihar
- Last Updated: December 4, 2020, 10:51 PM IST
गया. सरकारी भवन ही सरकार का टैक्स (Tax) चुरा रहा है. अब तक इस वित्तीय वर्ष में गया जिला मुख्यालय में स्थित सरकारी भवनों ने अपना टैक्स जमा नहीं किया है. जिलाधिकारी, एसएसपी कार्यालय से लेकर कई विद्यालय, महाविद्यालय तक ने अपना टैक्स नगर निगम (Gaya Municipal Corporation) को भुगतान नहीं किया है. जानकारी के अनुसार इन सरकारी भवनों पर 10 करोड़ से भी ज्यादा का टैक्स बकाया है.
कोरोनाकाल में गया नगर निगम की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है. टैक्स के पैसे से ही निगम शहर का विकास करता है और अपने कर्मचारियों को वेतन देता है. अब आर्थिक तंगी से निबटने के लिए गया नगर निगम ने अभियान चलाकर टैक्स वसूली करने का निर्णय लिया है. वैसे सरकारी भवन है, जो टैक्स के पैसे देने में आनाकानी कर रहा है, उन्हें निगम नीलाम कर सकता है.
बता दें कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल पर 1 करोड़, गया कॉलेज पर 1 करोड़, अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज पर 1 करोड़, सिंचाई विभाग पर 70 लाख, जिला स्कूल 36 लाख, एसएसपी कार्यालय के भवन पर 86 लाख, जिलाधिकारी कार्यालय पर 28 लाख का टैक्स बकाया है.
गया नगर निगम के डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि टैक्स के पैसों से ही निगम शहर का विकास और कर्मचारियों को पैमेंट करता है. लेकिन सरकारी भवनों से ही टैक्स नहीं दिया जा रहा. हालांकि टैक्स वसूलने के लिए एक एजेंसी को काम सौंपा गया है. अगर अब भी इन सरकारी कार्यालयों के द्वारा टैक्स नहीं जमा किया जाता है, तो निगम का इतना अधिकार है कि सरकारी भवन की नीलामी कर या जरूरत पड़ने पर बुलडोजर चलाकर टैक्स की वसूली कर सकता है.
कोरोनाकाल में गया नगर निगम की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है. टैक्स के पैसे से ही निगम शहर का विकास करता है और अपने कर्मचारियों को वेतन देता है. अब आर्थिक तंगी से निबटने के लिए गया नगर निगम ने अभियान चलाकर टैक्स वसूली करने का निर्णय लिया है. वैसे सरकारी भवन है, जो टैक्स के पैसे देने में आनाकानी कर रहा है, उन्हें निगम नीलाम कर सकता है.
बता दें कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल पर 1 करोड़, गया कॉलेज पर 1 करोड़, अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज पर 1 करोड़, सिंचाई विभाग पर 70 लाख, जिला स्कूल 36 लाख, एसएसपी कार्यालय के भवन पर 86 लाख, जिलाधिकारी कार्यालय पर 28 लाख का टैक्स बकाया है.
गया नगर निगम के डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि टैक्स के पैसों से ही निगम शहर का विकास और कर्मचारियों को पैमेंट करता है. लेकिन सरकारी भवनों से ही टैक्स नहीं दिया जा रहा. हालांकि टैक्स वसूलने के लिए एक एजेंसी को काम सौंपा गया है. अगर अब भी इन सरकारी कार्यालयों के द्वारा टैक्स नहीं जमा किया जाता है, तो निगम का इतना अधिकार है कि सरकारी भवन की नीलामी कर या जरूरत पड़ने पर बुलडोजर चलाकर टैक्स की वसूली कर सकता है.