बिहारः उद्घाटन के बाद फिर गिरा जलमीनार, मोटर ऑन करते ही जमींदोज हो गई पानी की टंकी

बिहार के गया में टूटी पानी की टंकी
Corruption In Bihar: बिहार में नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के ड्रीम प्रोजोक्ट सात निश्चय योजना में लूट की ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी खगड़िया, नवादा, नालंदा समेत अन्य जगहों पर भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.
- News18 Bihar
- Last Updated: January 4, 2021, 11:01 AM IST
गया. बिहार में 'सात निश्चय' योजना को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है. यही कारण है कि वो खुद इसका जिक्र भी उन सभी जगहों पर करते हैं जहां उनको बिहार में विकास के काम गिनाने होते हैं. लेकिन हम आपको जो तस्वीर दिखा रहे हैं और कहानी बता रहे हैं वो है सीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट में मची लूट खसोट की. मामला गया (Gaya) के गुरुआ से जुड़ा है, जहां मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना में लूट की बानगी देखने को मिली है.
प्रखंड अंतर्गत पलुहारा पंचायत के बेलदार बीघा गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना (7 Nischaya Yojna) के तहत हर घर नल जल स्कीम वाला काम हुआ था. धूमधाम से इस काम के बाद टंकी का उद्घाटन भी हुआ लेकिन इस योजना के तहत लगाया गया जल मीनार उद्घाटन कुछ दिन बाद ही जमींदोज हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि डेढ़ महीने पूर्व यह टंकी चालू हुआ था. रोज की तरह रविवार को जैसे ही टंकी में पानी भरने के लिए मोटर ऑन किया गया पांच मिनट बाद ही टंकी टूटकर नीचे गिर गया.
टंकी गिरने की आवाज हुई तो वहां आसपास अफरातफरी मच गई. संयोग था कि जिस वक्त पानी भरने के लिए मोटर ऑन किया गया था उस वक्त वहां कोई नहीं था, नहीं तो एक बड़ी दुर्घटना घट सकती थी. सात निश्चय योजना के तहत जलापूर्ति के लिए जिले में हर घर नल का जल योजना के तहत कई जल मीनार बनाए गए हैं साथ ही टंकी भी लगाए गए हैं. इस विकास कार्य में संवेदक अधिक पैसे बचाने के लिए लगातार घटिया सामग्रियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे पहले भी बिहार के खगड़िया और मधुबनी जिले में ऐसी ही घटना सामने आई थी जब उद्घाटन के बाद ही पानी की टंकी जमीन पर आ गिरी थी.
प्रखंड अंतर्गत पलुहारा पंचायत के बेलदार बीघा गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना (7 Nischaya Yojna) के तहत हर घर नल जल स्कीम वाला काम हुआ था. धूमधाम से इस काम के बाद टंकी का उद्घाटन भी हुआ लेकिन इस योजना के तहत लगाया गया जल मीनार उद्घाटन कुछ दिन बाद ही जमींदोज हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि डेढ़ महीने पूर्व यह टंकी चालू हुआ था. रोज की तरह रविवार को जैसे ही टंकी में पानी भरने के लिए मोटर ऑन किया गया पांच मिनट बाद ही टंकी टूटकर नीचे गिर गया.
टंकी गिरने की आवाज हुई तो वहां आसपास अफरातफरी मच गई. संयोग था कि जिस वक्त पानी भरने के लिए मोटर ऑन किया गया था उस वक्त वहां कोई नहीं था, नहीं तो एक बड़ी दुर्घटना घट सकती थी. सात निश्चय योजना के तहत जलापूर्ति के लिए जिले में हर घर नल का जल योजना के तहत कई जल मीनार बनाए गए हैं साथ ही टंकी भी लगाए गए हैं. इस विकास कार्य में संवेदक अधिक पैसे बचाने के लिए लगातार घटिया सामग्रियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे पहले भी बिहार के खगड़िया और मधुबनी जिले में ऐसी ही घटना सामने आई थी जब उद्घाटन के बाद ही पानी की टंकी जमीन पर आ गिरी थी.