गोपालगंज. बीते 24 मई को हथुआ थाना क्षेत्र में रात को अपराधियों ने जेपी चौधरी के घर पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी. इसमें उनके माता, पिता और भाई की मौत हो गई. जेपी चौधरी आरजेडी (RJD) से जुड़े हैं. इस घटना में गोपालगंज गोलीकांड में जेडीयू के बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय (MLA Amarendra Pandey alias Pappu Pandey) का नाम आ रहा है.
हालांकि, पुलिस ने आरोपी जेडीयू विधायक के भाई और भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन विधायक पप्पू पांडय अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. दूसरी ओर इस तिहरे हत्याकांड को लेकर बिहार में सियासत जारी है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमलावार हैं और सरकार द्वारा विधायक को बचाने का आरोप लगा रहे हैं. हालांकि, इस दौरान सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी वायरल हो रही है, जिसमें पप्पू पांडेय और तेजस्वी यादव की करीबी देखी जा सकती है.
तेजस्वी यादव और पप्पू पांडेय की जो तस्वीर वायरल हो रही है यह वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव की है, तब जेडीयू और आरजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. जानकारी के अनुसार, गोपालगंज के कुचायकोट में 28 अक्टूबर को मतदान था और ये 26 अक्टूबर को रामनगर पंचायत के बलवंतपुर गांव में आयोजित चुनावी सभा की तस्वीर है. इस चुनावी सभा में तेजस्वी यादव और पप्पू पांडेय ने न सिर्फ मंच शेयर किया था, बल्कि दोनों के बीच काफी नजदीकी देखी जा सकती है. इस तस्वीर के आधार पर यह दावा किया जा रहा है कि जदयू विधायक पप्पू पांडेय और तेजस्वी यादव कभी एक दूसरे के काफी करीबी रहे हैं.
पप्पू पांडेय और तेजस्वी यादव की वर्ष 2015 की तस्वीर वायरल
बहरहाल, तेजस्वी यादव ने मंगलवार को भी नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है और राज्य सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध का बोलबाला है, सरकार पूरे तरीके से अपराधियों को संरक्षण दे रही है. हालांकि, इसके साथ ही सवाल ये भी खड़ा होता है कि अगर इसी पप्पू पांडेय के साथ तेजस्वी यादव ने वर्ष 2015 में मंच शेयर किया था तब उन्हें ये अपराधी क्यों नहीं लगे थे.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी पप्पू पांडेय के लिए किया था चुनाव प्रचार.
इस तस्वीर के साथ एक और तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें पप्पू पांडेय और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक चुनावी मंच पर काफी करीब से गुफ्तगू करते नजर आ रहे हैं. जाहिर है लालू और तेजस्वी ने अमरेंद्र पांडेय के लिए चुनाव प्रचार भी किया था. हालांकि, बाद में जदयू और राजद का गठबंधन टूट गया था. अगर दूसरे शब्दों में कहें तो लालू-तेजस्वी की बदौलत MLA बने थे ट्रिपल मर्डर के आरोपी पप्पू पांडेय.