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Bihar: माता-पिता थे मैट्रिक फेल, बेटी ने बनाया नया रिकॉर्ड, मेहनत ऐसी कि बन गई स्टेट टॉपर

जमुई की श्वेता को मिठाई खिलाते परिवार के लोग

जमुई की श्वेता को मिठाई खिलाते परिवार के लोग

Bihar Board Matric Toppers: पूरे बिहार में चौथा और जिला में पहला स्थान लाने वाली श्वेता ने बताया कि वो आईएएस अधिकारी बन ...अधिक पढ़ें

जमुई. कहा जाता है मेधा और प्रतिभा किसी साधन की मोहताज नहीं होती और न ये छिपाये छिपती है, कुछ ऐसा ही बिहार में मैट्रिक की परीक्षा में टॉप करने वाले बच्चों ने कर के दिखाया है. टॉपर्स की बात करें तो जमुई जिले के सदर प्रखंड के नवीनगर गांव की श्वेता कुमारी ने भी मैट्रिक परीक्षा में पूरे बिहार में चौथा रैंक हासिल किया है, वहीं जिले के टॉपर बनी है. 483 अंक के साथ पूरे बिहार मे चौथा रैंक हासिल करने वाली श्वेता की कहानी बड़ी रोचक है.

उसके माता पिता मैट्रिक फेल हैं लेकिन बेटी ने न केवल मैट्रिक की परीक्षा पास कि बल्कि नया रिकॉर्ड भी बना दिया. उसकी इस सफलता पर पूरे गांव में खुशी की लहर है. श्वेता आईएएस अधिकारी बनना चाहती है. जिसके माता-पिता मैट्रिक फेल हैं, उनकी बेटी टॉपर बनी तो पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. जिले के एक गांव की बेटी की सफलता पर परिवार में खुशी तो मनाई ही जा रही है पूरा गांव खुश है कि उनके घर की लाडली ने कमाल कर दिया. दरअसल श्वेता नवीनगर गांव के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय छात्रा है, जो शुरू से ही सरकारी स्कूलों में ही पढ़ती रही.

श्वेता पढ़ने में मेहनती और लगनशील छात्रा थी, जिसका परिणाम है कि उसने मैट्रिक की परीक्षा में अपना परचम लहराया है. श्वेता के माता-पिता की शिक्षा की तो श्वेता के पिता अशोक साव जो साधारण किसान हैं और मां कल्पना गृहणी है, दोनों 10वीं तक पढ़ाई तो की लेकिन मैट्रिक की परीक्षा में फेल हो गए थे. उसके दादा महेश्वर साव की अगर बात करें तो वह भी मैट्रिक नहीं कर सके थे जबकि दादी लीला देवी निरक्षर हैं. मतलब कर सकते हैं कि बेटी के दादा- दादी और माता पिता मेट्रिक पास नहीं कर सके वो टॉपर बन गई।

श्वेता के माता- पिता का कहना है कि मैट्रिक की परीक्षा पास नहीं कर सके थे लेकिन उनकी बेटी जब जिला में टॉप और पूरे स्टेट में रैंकर हो गई तो खुशी थमने का नाम नहीं ले रही उसकी बेटी जहां भी हो जो भी पढ़ना चाहती है उसके लिए वे लोग हर संभव उसका साथ देंगे. सफलता पर श्वेता ने बताया कि हर माता-पिता को चाहिए कि जिस तरह बेटे को पढ़ा रहे हैं उसी तरह बेटी को भी पढ़ाना चाहिए और छात्रों को चाहिए कि खूब मन लगाकर पढ़ाई करें, वह  चाहती है कि आईएसएस अधिकारी बनकर देश की सेवा के साथ-साथ आम लोगों की सेवा कर सके।

जमुई जिले में ताजपुर गांव की सुरुचि कुमारी मैट्रिक परीक्षा में 481 अंक लाकर पांचवा स्थान हासिल किया है. सुरुचि के पिता परमेश्वर साहू एक छोटा सा किराना का दुकान चलाते हैं. सुरुचि भी पढ़ लिखकर आईएएस अधिकारी बनना चाहती है. चकाई प्रखंड के बसबट्टी गांव का रहने वाला अहम केसरी ने भी 481 अंक लाकर मैट्रिक परीक्षा में पांचवा स्थान हासिल किया है. अहम भी एक साधारण परिवार से आने वाला छात्र है जिसके पिता चकाई में एक छोटा सा रेडिमेंट दुकान चला कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. जिले के बरहट प्रखंड के लथलथ उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय की छात्रा पलक कुमारी मैट्रिक परीक्षा में पूरे राज्य में सातवां स्थान हासिल किया है. पलक भी एक साधारण परिवार से आने वाली मेधावी छात्रा है.

Tags: 10th Board result, Bihar board result, Bihar News, BSEB EXAM, Jamui news

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