नक्सली कमांडर सुनील मरांडी को मारक हथियार कार्बाइन और कई राउंड जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है.
जमुई. बिहार के जमुई जिले के पुलिस और सुरक्षाबलों ने सर्च अभियान (Search Operation) चलाकर एक बहुत बड़ी सफलता हासिल की है, जहां मारक हथियार कार्बाइन और कई राउंड जिंदा कारतूस के साथ नक्सली कमांडर सुनील मरांडी (Sunil Marandi) को गिरफ्तार किया गया है. हाल के दिनों में नक्सली कमांडर सुनील मरांडी जमुई (Jamui) और झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih) जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय था और नक्सली संगठन को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी निभा रहा था. गिरफ्तार किए गए सुनील मरांडी नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता प्रवेश दा का खास सहयोगी है.
जानकारी के अनुसार नक्सली कमांडर अरविंद और शीर्ष नेता प्रवेश दा का जमुई इलाके से पलायन कर जाने के बाद संगठन को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सुनील मरांडी को ही दी गई थी, जिसको आगे बढ़ाने के लिए सुनील मरांडी में इलाके के कई लोगों को संगठन में जोड़ भी लिया था. लेकिन, जानकारी यह भी है कि आपस में विरोध और नक्सली संगठन में जुड़ने से लोगों का मनाही करने के कारण सुनील कमजोर पड़ गया और पुलिस के हत्थे चढ़ गया. सुनील नक्सली वर्दी में हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ है जो किसी घटना को अंजाम देने के फिराक में था. जमुई जिले के चकाई, चरकापत्थर, झाझा इलाके में नक्सली संगठन को मजबूत करने में लगे सुनील मरांडी पर जमुई एसपी शौर्य सुमन की नजर थी. अंततः एसपी और जिला पुलिस में कामयाबी हासिल करते हुए सुनील मरांडी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके पास से कार्बाइन और कारतूस बरामद किए गए हैं.
पुलिस के डर से नक्सलियों ने किया सरेंडर
बताते चलें, नक्सली कमांडर सिद्धू कोड़ा और दिनेश पंडित की मौत के बाद इलाके में नक्सली संगठन कमजोर हो चुका था, बाद में पुलिस के भय से नक्सली कमांडर सुरंग यादव ने भी सरेंडर बोल दिया. यही नहीं नक्सली नेता सूरज ने मुंगेर जिले में जाकर पुलिस की दहशत से सरेंडर बोल दिया. जमुई जिले के चकाई थाना इलाके के टोला पहाड़ गांव में पुलिस मुखबिरी के आरोप में नक्सलियों ने जिस वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें पिता और पुत्र अर्जुन हेम्ब्रम और चतुर हेम्ब्रम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, उस घटना को भी सुनील मरांडी ने ही अंजाम दिया था.
बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में था सुनील मरांडी
जानकारी भी मिल रही है कि हाल के महीनों में जिस तरह से जिला पुलिस और सुरक्षाबलों में जमुई में नक्सलियों के गढ़ में लगातार कार्रवाई की यहां कई नक्सलियों ने सरेंडर बोला. वहीं कइयों की मुठभेड़ में मौत हुई. उसके बाद संगठन काफी कमजोर हो गया जिसके बाद नक्सली नेता प्रवेश और अरविंद भी जिला से छोड़ दूसरे जगह चले गए जिसके बाद सुनील मरांडी को ही कमान दी गई थी कि नक्सली संगठन को मजबूत करें, जिसके बाद वे वापस इस इलाके में पहुंचे. मामले में एसपी शौर्य सुमन ने बताया कि किसी बड़े घटना को अंजाम देने के फिराक में हार्डकोर नक्सली सुनील मरांडी जुटा हुआ था. सूचना के बाद अभियान चलाकर उसे हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है, पुलिस की टीम उससे पूछताछ कर आगे की जानकारी ले रही है. सुनील मरांडी की गिरफ्तारी एक बड़ी कामयाबी है.
.
Tags: Bihar News, Jamui news, Naxal Movement