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Jahanabad News: बाजरे से बने 50 व्यंजनों की प्रदर्शनी, मिलेट के सेवन से इन बीमारियों से रहेंगे दूर...

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जहानाबाद

जहानाबाद में पोषण पखवाड़ा के दौरान मिलेट से बने व्यंजनों की लगाई गई प्रदर्शनी 

इस पोषण पखवाड़ा में सेविकाओं ने बाजरे के फायदे के बारे में बताया. बाजरा खाने से दिल को सुरक्षित रखा जा सकता है. इसका ला ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट – हर्षित कुमार

जहानाबाद
. आज के समय में बच्चों, किशोरियों और महिलाओं में खून की कमी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसको एनीमिया के नाम से भी जाना जाता है. इसकी रोकथाम के लिए बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) जो बच्चों और महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य की देखभाल करता है, उनकी ओर से पोषण पखवाड़ा के तहत पोषण वाली थाली की जानकारी दी जा रही है.

आईसीडीएस की तरफ से 20 मार्च से 03 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहार दिवस के मौके पर जहानाबाद में आईसीडीएस की ओ र से पोषण पखवाड़ा का स्टॉल लगाकर पोषण युक्त व्यंजन की प्रदर्शनी लगाई गई. सही पोषण और स्वास्थ्य के प्रति आंगनबाड़ी सेविकाओं ने इस पोषण पखवाड़े के माध्यम से लोगों को जागरूक किया.

मिलेट से बना व्यंजन एनीमिया को रोकने में है कारगर

मिलेट जिसे हिंदी में बाजरा कहते हैं. इस बाजरे से बनने वाले व्यंजन एनीमिया रोधी होते हैं. बाजरा एनीमिया को दूर करता है. इसी के तहत जहानाबाद में आयोजित पोषण पखवाड़ा में अलग-अलग प्रखंड की आंगनबाड़ी सेविकाओं ने स्टॉल में श्री अन्न यानी मिलेट से बने सभी व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई और इसके फायदे के बारे में लोगों को बताया. इस पोषण पखवाड़ा में पोषण युक्त अनाज से मटके को सजाकर पोषण मटका बनाया गया और उसकी प्रदर्शनी कर लोगों को खाने में पोषण के महत्व के बारे में बताया. डीएम रिची पांडेय ने पोषण पखवाड़ा का अवलोकन किया.

बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास में मदद करता है मिलेट

इस पोषण पखवाड़ा में सेविकाओं ने बाजरे के फायदे के बारे में बताया. बाजरा खाने से दिल को सुरक्षित रखा जा सकता है. इसका लाभ कोलेस्ट्रॉल के लिए है. बाजरे के आटे का सेवन करना मधुमेह, पाचन, कैंसर, त्वचा जैसी बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए काफी फायदेमंद है. साथ ही इसके सेवन से बालों का झड़ना भी कम हो जाता है. बाजरा में मौजूद आयरन खून की कमी को भी दूर करता है और साथ ही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में भी मदद करता है.

बाजार से बने 50 व्यंजन की लगाई गई प्रदर्शनी

आईसीडीएस की डीपीएम रश्मि सिन्हा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री अन्न को बढ़ावा दिया है. देश से कुपोषण दूर करने का बड़ा जरिया श्री अन्न होने वाला है. प्रधानमंत्री का यह संदेश है कि हमारे भोजन में 40 फीसदी श्री अन्न शामिल हो. उनकी इसी अवधारणा को ध्यान में रखते हुए जहानाबाद आईसीडीएस के सभी परियोजनाओं की ओर से श्री अन्न से बने हुए व्यंजन की प्रतियोगिता की गई और जितने भी व्यंजन हमने दिखाए हैं, सभी श्री अन्न यानी बाजरे से बने हुए हैं. करीब 50 व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई है. बाजरे से बने व्यंजन की गुणवत्ता और स्वाद, दूसरे अनाज से निश्चित रूप से बेहतर है.

कुपोषण को दूर करने के लिए लगातार प्रयास जारी

डीएम रिची पांडेय ने बताया कि पोषण परामर्श केंद्र में जितने भी अति कुपोषित बच्चे हैं, उन्हें रेफर किया जाता है. ताकि उनका जो वेट, हाइट और स्टंटिंग की समस्या है उसे पोषण युक्त खाना देकर दूर किया जा सके. घोषी प्रखंड का एक रेफरल अस्पताल इसको लेकर काम कर रहा है. पोषण पखवाड़ा के जरिए अभिभावक को भी प्रेरित करते हैं कि अगर उनके बच्चे अति कुपोषित हैं तो वे अपने बच्चे को यहां लाएं ताकि पोषण युक्त खाने से उनके बच्चे स्वस्थ हो सकें. इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार भी करते हैं.

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