रिपोर्ट – हर्षित कुमार
जहानाबाद. लोक आस्था का पर्व चैत्र छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. शनिवार को नहाय खाय के साथ चार दिनों का यह अनुष्ठान प्रारंभ हो गया है. वहीं 26 मार्च को खरना है और 27 मार्च को छठ व्रती अस्ताचलगामी और 28 मार्च को उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगे. छठ महापर्व में घाटों का विशेष महत्व होता है. छठ व्रती यहां भगवान भास्कर को अर्घ्य देने आते हैं. दो दिन छठ व्रती अस्ताचलगामी यानि डूबते हुए सूर्य और उदयगामी यानि कि उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इसके मद्देनजर नगर परिषद द्वारा छठ घाटों की साफ-सफाई कराई जा रही है.
जेसीबी के जरिए नदी में से कचरे का उठाव किया जा रहा है और स्वच्छता को लेकर नदी में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है.घाटों की सफाई के बाद नदी में शुद्ध जल छोड़ा जाएगा, जिसमें छठ व्रती सूर्य देवता को अर्घ्य देंगे. इसके अलावा घाट पर सीढ़ियों का रंगरोगन किया जा रहा है और छठ घाट आने जाने वाले रास्ते और गलियों को भी सजाया जा रहा है.
छठ घाटों की सुंदरता बढ़ाने के लिए किया जा रहा है मधुबनी पेंटिंग
छठ महापर्व को लेकर घाटों की खूबसूरती भी बढ़ाई गई है. जहानाबाद जिले में स्थित संगम घाट के किनारे की दीवारों को मधुबनी पेंटिंग के माध्यम से सजाया गया है. छठ पूजा से जुड़ी हुई एक से बढ़कर एक सुंदर कलाकृतियां बनाई गई है. किसी पेंटिंग में छठ व्रती सूर्य देव को नमस्कार कर रही हैं, किसी में खरना कर रही हैं तो किसी में पूजा के लिए ठेकुआ बना रही हैं. छठ महापर्व के मौके पर शहर में कई जगहों पर पूजा पंडाल भी लगाए जाते हैं. इसे लेकर तैयारियां अंतिम चरण पर हैं. मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है और एक से बढ़कर एक सुंदर मूर्ति कलाकारों के द्वारा बनाई गई है. सूप और दउरा से सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है और इसको लेकर सूप, दउरा, नारियल और पूजा के अन्य सामानों से बाजार सज चुका है. छठ पूजा को लेकर बाजारों में रौनक देखते बन रही है. वहीं दुकानदार बताते हैं कि छठ पूजा को लेकर बाजार सज चुका है और सूप 60 रुपये का है, दउरा 100 रुपये से लेकर 200 रुपये तक का है और नारियल 25 रुपये में बिक्री की जा रही है.
प्रशासनिक स्तर पर तैयारी
संगम घाट पर स्थित माता मांडेश्वरी दरबार के पुजारी भोला पांडेय ने बताया कि संगम घाट पर छठ को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां पर बहुत ही पौराणिक आस्था लोगों का जुड़ा हुआ है. यहां पर लोगों की जो भी इच्छा और मनोकामना होती है वो इस घाट पर सूर्य देवता को अर्घ्य देने के पूर्ण हो जाती है. छठ पूजा की तैयारी को लेकर नगरवासी साफ-सफाई घाट की करते हैं और खासकर प्रशासन की तरफ से भी यहां पर बहुत सारी व्यवस्था जैसे लाइट की व्यवस्था रहती है. घाट की साफ-सफाई कराई जाती है. लोगों के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था कराई जाती है. इसके अलावा छठ पूजा पर व्रतियों को पूजन सामग्री भी उपहार के रूप में दिया जाता है और चाय की भी व्यवस्था रहती है. भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर प्रशासन की तैनाती रहती है और पानी में किसी भी तरह की हताहत न हो इसके लिए एनडीआरएफ टीम की भी तैनाती रहती है.
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Tags: Chhath Puja
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