बिहार: रेप पीड़ित मासूम के परिजनों का आरोप, पुलिस बोली- आरोपी को खुद पकड़कर लाओ तब लेंगे एक्शन

घटना के नौ महीने बाद भी रेप के आरोपी को नहीं पकड़ पाई कटिहार पुलिस.
मेडिकल जांच और प्राथमिक उपचार के बाद रेप पीड़ित नाबालिग लड़की (Minor girl rape victim) को घर भेज दिया गया था, लेकिन पिछले दिनों वह फिर से गंभीर रूप से बीमार पर गई है और अब कटिहार मेडिकल कॉलेज (KMC) में जिंदगी और मौत से जूझ रही है.
- News18 Bihar
- Last Updated: October 10, 2020, 7:58 PM IST
कटिहार. उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित दुष्कर्म पीड़िता (Rape in Hathras of Uttar Pradesh) की मौत पर मचे हाहाकार के बीच कटिहार (Katihar) में भी दुष्कर्म की एक वारदात सामने आई है. इस मामले में भी पुलिस की कार्यशैली से भी लोग बेहद नाराज हैं और जल्द कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल कटिहार में 9 साल की एक मासूम दुष्कर्म पीड़िता (Minor girl rape victim) बीते चार महीने से जिंदगी और मौत से जूझ रही है और इंसाफ का इंतजार कर रही है. घटना का सबसे दुखद पहलू यह है कि इतना समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है.
दरअसल मामला कटिहार मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नया टोला मोहल्ले का है. मार्च के महीने में घटित इस कलंक कथा के बारे में बताया जा रहा है कि बच्ची की मां मजदूरी करने के लिए बाहर गई हुई थी, इसी दौरान पड़ोस के ही रहने वाले 15 साल के एक लड़के ने घर के बगल के खेत में ले जाकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया.
घटना के बाद मेडिकल जांच और प्राथमिक उपचार के बाद नाबालिग लड़की को घर भेज दिया गया था, लेकिन पिछले दिनों वह फिर से गंभीर रूप से बीमार पर गई है और अब कटिहार मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत से जूझ रही है. लड़की की मां कहती है कि मजदूरी करके किसी तरह घर चल रहा था, अब लंबे दिनों से बेटी के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में ही हैं, ऐसे में अब तो भोजन पानी पर संकट है.वहीं, आरोपी की गिरफ्तारी अब तक नहीं होने के सवाल पर पुलिस पीड़ित पक्ष को ही आरोपी को पकड़ कर पुलिस के हवाले करने की सलाह दे रही है. हालांकि सामाजिक कार्यकर्ता ललिता तिर्की द्वारा सवाल उठाने पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमरकान्त झा ने जल्द आरोपी की गिरफ्तारी की बात कही है.
दरअसल मामला कटिहार मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नया टोला मोहल्ले का है. मार्च के महीने में घटित इस कलंक कथा के बारे में बताया जा रहा है कि बच्ची की मां मजदूरी करने के लिए बाहर गई हुई थी, इसी दौरान पड़ोस के ही रहने वाले 15 साल के एक लड़के ने घर के बगल के खेत में ले जाकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया.
घटना के बाद मेडिकल जांच और प्राथमिक उपचार के बाद नाबालिग लड़की को घर भेज दिया गया था, लेकिन पिछले दिनों वह फिर से गंभीर रूप से बीमार पर गई है और अब कटिहार मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत से जूझ रही है. लड़की की मां कहती है कि मजदूरी करके किसी तरह घर चल रहा था, अब लंबे दिनों से बेटी के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में ही हैं, ऐसे में अब तो भोजन पानी पर संकट है.वहीं, आरोपी की गिरफ्तारी अब तक नहीं होने के सवाल पर पुलिस पीड़ित पक्ष को ही आरोपी को पकड़ कर पुलिस के हवाले करने की सलाह दे रही है. हालांकि सामाजिक कार्यकर्ता ललिता तिर्की द्वारा सवाल उठाने पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमरकान्त झा ने जल्द आरोपी की गिरफ्तारी की बात कही है.